Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर उद्घाटन और रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल न होने के निर्णय पर इकबाल अंसारी ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों को नसीहत दी। कहा, भगवान राम सबके हैं। पोस्टर लगाने और विरोध करने का कोई फायदा नहीं है। सरयू स्नान करो, अपना तन साफ करो और मन साफ करो। जिंदगी में जो भी किया है, भगवान के सामने रखें और उनसे आशीर्वाद लें। 

 
मैं तो कार्यक्रम में शामिल होउंगा 
हम तो अयोध्या के हैं, अयोध्या में सबकी आस्था है। सभी विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही हैं। इसकी जरूरत नहीं है। कांग्रेस के निर्णय के सवाल पर कहा, मै कांग्रेस का प्रवक्ता नहीं हूं, लेकिन उन्हें (कांग्रेस) को अयोध्या आना चाहिए। रामलला के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए। इकबाल अंसारी ने कहा कि यह एक धार्मिक मामला है। इस कार्यक्रम में कौन भाग लेगा, कौन नहीं लेगा, यह हर किसी का व्यक्तिगत निर्णय है। मुझे निमंत्रण मिला है और मैंने कार्यक्रम में शामिल होने का निर्णय लिया है। मैं तो अयोध्या का रहने वाला हूं। सभी धर्मों का सम्मान भी करता हूं। 

दिग्विजय सिंह के बयान पर गंभीर नहीं गौतम 
भाजपा सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कहा, श्रीराम पूरे देश के भगवान हैं। हम सबको उनकी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेना चाहिए। 22 जनवरी को घर में एक दिया जरूर जलाएं। भगवान राम ने जिन आदर्शों पर अपनी जिंदगी जी उसी प्रकार देशवासियों को भी अपनी जिंदगी जीनी चाहिए। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के बयान पर सवाल किया गया तो गंभीर ने कहा, मैं उनकी सोच पर कुछ नहीं कहना चाहता।