कानपुर। कानपुर में पुलिस आरक्षक के बेटे ने अपने साथियों के साथ मिलकर दो लड़कों को कार में किडनैप करके पांच घंटे तक डंडे-बेल्ट से पीटा। एक लड़के के चेहरे पर टॉयलेट की। उससे जूता चटवाया। फिर उसको बेसुध हालत में कार से फेंक दिया गया। पुलिस जांच में पिटाई करने वालों में लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (LIU) में तैनात हेड कांस्टेबल का बेटा सामने आया है। कल्याणपुर पुलिस ने अपहरण और जानलेवा हमले की धाराओं में मामला दर्ज किया। 

जानें पूरा मामला...कैसे, कब और क्यों हुआ विवाद 
कल्याणपुर थाना पुलिस ने बताया कि 5 अक्टूबर 2023 को आरक्षक धर्मेन्द्र यादव के बेटे हिमांशु यादव उर्फ शनि को आयुष द्विवेदी ने अपने साथी जमुना ठाकुर, अनुज तिवारी, बंटी तिवारी, शांतनु यादव, छोटू भदौरिया और आठ-दस अज्ञात लोगों के साथ पीटा था। हेड कांस्टेबल की पत्नी कुसुमा ने 6 अक्टूबर को कल्याणपुर थाने में सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

आरोप था कि उनके आरक्षक पति ने अपराधी जमुना ठाकुर को जेल भिजवाया था। इसी की रंजिश में जमुना ने आयुष द्विवेदी समेत अन्य गुंडों के साथ मिलकर उनके बेटे पर जानलेवा हमला किया था। अब इसी का बदला आरक्षक के बेटे ने लिया है। तीन आरोपी जेल जा चुके हैं, लेकिन आयुष की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई थी। इसी के चलते आरक्षक के बेटे ने वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल सबूत मिलते ही अपहरण, हत्या का प्रयास समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। 

लड़की के जरिए मिलने बुलाया और कर लिया अपहरण 
कल्याणपुर के राधापुरम में रहने वाले IIT छात्र आयुष द्विवेदी ने पुलिस को बताया कि कुछ दिनों पहले इंस्टाग्राम पर दिव्यांशी पांडेय नाम की लड़की ने दोस्ती की थी। सोमवार को होटल लैंडमार्क के पीछे वाली गली में मिलने बुलाया था। आयुष अपने दोस्त राणाप्रताप नगर में रहने वाले बिट्टू उर्फ अभिषेक सिंह के साथ बाइक से सिविल लाइंस पहुंच गया। वहां पर हिमांशु यादव अपने साथियों के साथ पहले से मौजूद था। हिमांशु के साथ उसके दोस्त शुभम सोनकर, नंदू दुबे, ऋषभ चौहान, मोहित मिश्रा, आयुष मिश्रा और दो अन्य लड़के थे। आयुष के मुताबिक, उसको और अभिषेक को पीटते हुए उन्होंने इनोवा कार में जबरन बैठा लिया।

कनपटी के पास तमंचा रखकर चला दी गोली 
आयुष और अभिषेक ने चिल्लाने की कोशिश की तो कार में उसके हाथ-पैर बांधकर मुंह में कपड़ा ठूंस दिया गया। बेल्ट, डंडा और लात-घूसों से इतनी बेरहमी से पीटा कि पूरा शरीर काला पड़ गया। मन नहीं भरा तो चेहरे पर टॉयलेट कर दी और जूता चटवाया। एक जगह पर कार रुकवाई गई। कुछ देर में हिमांशु ने अपने पिता धर्मेंद्र को भी बुलाया। उन्होंने वहां आकर अपने बेटे को रोका नहीं, बल्कि आयुष की पिटाई की। इसके बाद कनपटी के पास तमंचा लगाकर गोली चला दी। गोली सिर के बगल से निकल गई। इसके बाद हिमांशु अपनी इनोवा लेकर कल्याणपुर में केसा रोड के पास आया। यहां आयुष को सड़क पर फेंक दिया गया। 

लोगों ने युवक को लहूलुहान देखा तो पुलिस को जानकारी दी 
सड़क से आने-जाने वाले लोगों ने एक लड़के को सड़क किनारे लहूलुहान देखा तो पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया। आयुष को होश आया तो उसने पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। पुलिस की जांच शुरू होने के बाद पता चला कि आयुष के दोस्त को सिविल लाइन में कार से फेंक दिया गया। उसकी भी पिटाई हुई है। अब पुलिस उसके भी बयान दर्ज कर रही है।