Car Stoppage FIR: कानपुर में चौंकाने वाला मामले सामने आया है। वकील के परिवार के लेकर नोएडा जा रही कार ने अचानक धोखा दे दिया। यमुना एक्सप्रेसवे पर कार अचानक बंद हो गई। काफी प्रयास के बाद कार चालू न हो सकी। एडवोकेट ने क्रेन से कार को लदवाकर हुंडई के वर्कशॉप में पहुंचाया। कार में 21 हजार का खर्च आया। वकील ने गाड़ी की सर्विस और रोड साइड असिस्टेंस के नाम पर वसूली का आरोप लगाते हुए हुंडई कंपनी के CEO और कानपुर एजेंसी के निदेशक समेत 27 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी है। कोर्ट के आदेश पर धोखाधड़ी-जालसाजी समेत अन्य गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की गई है। 

जानें पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, कानपुर सिविल कोर्ट में शैलेन्द्र कुमार पांडेय एडवोकेट हैं। शैलेन्द्र के पास हुंडई कंपनी की वरना (डीजल) कार है। शैलेंद्र ने 2017 में कार मेसर्स आरएनजी एक्सपोर्ट इंडिया के नाम से खरीदी थी। 19 अगस्त 2024 को वकील का ड्राइवर कार से बच्चों को एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा छोड़ने जा रहा था। यमुना एक्सप्रेसवे पर मथुरा आगरा के बीच में इंजन में आवाज आई और कार बंद हो गई। वकील ने क्रेन से कार को हुंडई के फजलगंज स्थित वर्कशॉप में पहुंचाया। कार में 21 हजार रुपए का खर्च आया।

वकील को धमकाया 
वकील ने आरोप लगाया कि इसी रोड साइड असिस्टेंस के लिए कंपनी  उनसे प्रतिवर्ष रुपए लेती है। वर्कशॉप में बताया गया कि 4 नम्बर कनेक्टिंग डैमेज हुआ है। एडवोकेट ने स्वरूप नगर ऑफिस में जाकर निदेशक पुनीत खन्ना और सुमित खन्ना से से मुलाकात की। वकील ने उनसे कहा कि इतने साल कूटरचित दस्तावेज बनाकर जो लाखों रुपए सर्विस के नाम पर वसूले गए उसके बावजूद इंजन का कनेक्टिंग बोल्ट कैसे खुलकर इंजन में गिर गया। पुनीत खन्ना और सुमित खन्ना ने अपने 15 कर्मचारियों को बुलाकर वकील को धमकी दी कि जो बिल बताया है चुपचाप जमा करवा दो वरना कार वर्कशॉप में ही पड़ी रहेगी। 

इनके खिलाफ दर्ज हुई FIR 
वकील के अनुसार, पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इसके बाद, कोर्ट के निर्देश पर खन्ना हुंडई स्वरूप नगर के निदेशक पुनीत खन्ना, निदेशक सुमित खन्ना, सुमित सिंह, नागेन्द्र सिंह चौहान, सौरभ मिश्रा, जया, कल्पना मिश्रा, रवि कुमार, शिवम शर्मा, हुंडई कंपनी के सीईओ उनसू किम, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर जेटी पार्क, आफाक सर्विस हेड मैनेजर और 15 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज बनाने, दस्तावेजों का गलत उपयोग करने, और अवैध वसूली के आरोपों में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान जो तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।