Kanwar Yatra 2024: यूपी सरकार ने 22 जुलाई से सावन में होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर दिशा-निर्देश जारी की है। मेरठ में यूपी के अधिकारियों और अन्य राज्यों के साथ कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। मुख्य सचिव और डीजीपी की मौजूदगी में हुई बैठक में कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे बजाने को लेकर भी फैसला लिया गया है। साथ ही राज्यों से गुजारिश की गई है कि संबंधित राज्य दूसरे राज्यों के कांवड़ियों को ID कार्ड जारी करें।

कांवड़ यात्रा के रूट, ट्रैफिक डायवर्जन और सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा
दरअसल, यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी प्रशांत कुमार ने मेरठ में समीक्षा बैठक की। बैठक में यूपी से सटे उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के अधिकारी भी शामिल हुए। साथ ही पश्चिमी यूपी के 6 मंडलों के अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे। कांवड़ यात्रा के रूट, ट्रैफिक डायवर्जन और यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा के बाद कई अहम फैसले लिए गए।

DGP ने कही ये बात
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि कांवड़ यात्रा का रूट तय किया जाएगा। यात्रा के दौरान दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान की सीमाओं पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। बम निरोधक दस्ता, आईबी, इंटेलिजेंस, एलआईयू की टीमें सक्रिय रहेंगी। जिन रूटों से यात्रा शुरू होगी, उन पर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। 21 जुलाई की रात 12 बजे से दिल्ली एक्सप्रेसवे, देहरादून एक्सप्रेसवे और चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग पर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।

कांवड़िए भाला-त्रिशूल लेकर नहीं चल सकेंगे
उच्च स्तरीय बैठक में फैसला लिया गया कि कांवड़िए अपने साथ भाला-त्रिशूल या किसी भी तरह का हथियार लेकर नहीं चल सकेंगे। पिछले कुछ समय से देखा जा रहा है कि कांवड़िए कांवड़ यात्रा में तिरंगा लेकर भी चलते हैं। ऐसे श्रद्धालुओं और कांवड़ियों पर खास नजर रहेगी। यात्रा मार्ग पर कांवड़ियों की सुविधा, भोजन और आराम के लिए कैंप लगाए जाएंगे। इनमें मेडिकल सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी। महिलाओं के लिए भी व्यवस्था रहेगी। कैंप हाईवे और एक्सप्रेसवे से कुछ दूरी पर बनाए जाएंगे। 

DJ की ऊंचाई और ध्वनि सीमा का पालन करना जरूरी होगा
कांवड़ यात्रा मार्ग पर डीजे के लिए भी स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएंगे। डीजे पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा, लेकिन ध्वनि की सीमा नियमानुसार तय की जाएगी। साथ ही कांवड़ यात्रा की ऊंचाई भी तय की जाएगी। तय मानकों का पालन करना जरूरी होगा। कांवड़ यात्रा पर सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी की जाएगी।