Varun Gandhi Sultanpur Rally: भाजपा नेता व पीलीभीत के सांसद वरुण 2024 के चुनाव में गुरुवार को पहली बार प्रचार करने पहुंचे। टिकट कटने के बाद से वह निष्क्रिय नजर आ रहे हैं। पांच चरण के चुनाव में न कोई बयान और न कोई सभा की। छठे चरण के अंतिम दिन मां मेनिका गांधी के लिए वोट मांगने सुल्तानपुर पहुंचे वरुण ने भावनात्मक रिश्तों पर जोर दिया। इस दौरान भी वह राजनीतिक बयान से बचते नजर आए।
सुल्तानपुर में भी हो अमेठी-रायबरेली जैसी रौनक
वरुण गांधी ने कहा, कुछ साल पहले मैं जब सुल्तानपुर चुनाव लड़ने आया था तो लोग कहते थे कि अमेठी और रायबरेली जैसी रौनक सुल्तानपुर में भी होनी चाहिए, लेकिन आज जब भी इस मुद्दे पर चर्चा होती है तो सुल्तानपुर को प्रथम पंक्ति में गिना जाता है।
सांसद-मंत्री नहीं माता के लिए वोट
वरुण गांधी ने बताया कि इस समय देशभर में 543 सांसदों के चुनाव हो रहे हैं, कई जगह अनुभवी और करिश्माई लोग चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन सुल्तानपुर ही है, जहां के सांसद को न कोई सांसद कहकर बुलाता है न मंत्री कहता है और न ही उन्हें कोई नाम से बुलाता है। क्षेत्र में लोग उन्हें माता जी के नाम कहकर पुकारते हैं।
मां ही है जो कभी साथ नहीं छोड़ती
वरुण गांधी ने कहा, मां परमात्मा के बराबर शक्तिशाली है। पूरी दुनिया साथ छोड़ सकती है, लेकिन मां ही है, जो कभी साथ नहीं छोड़ सकती। आज में सिर्फ अपनी मां नहीं, बल्कि सुल्तानपुर की मां के लिए समर्थन जुटाने आया हूं। वरुण ने कहा, मां एक ऐसी शक्ति है, जो सबकी रक्षा करती है और बिना भेदभाव निरंतर काम करती है। वह मुश्किल समय में भी सबके लिए हृदय में प्यार बनाए रखती है। मां की डांट आशीर्वाद के समान है।
टिकट कटने पर पीलीभीत के लोगों को लिखा था पत्र
वरुण गांधी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से सांसद हैं। भाजपा ने इस बार उनका टिकट काटकर कांग्रेस से आए मंत्री जितिन प्रसाद को प्रत्याशी बनाया है। टिकट कटने पर सांसद वरुण गांधी ने क्षेत्रवासियों को भावनात्मक पत्र लिखा था, जिसमें बताया था कि पीलीभीत से उनका रिश्ता आखिरी सांस तक बरकरार रहेगा। यह सीट 1996 से मेनका या उनके बेटे के पास है। वरुण गांधी सुल्तानपुर से भी सांसद रहे हैं।