Lucknow BSP Meeting Update: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर भतीजे आकाश आनंद से सभी जिम्मेदारियां छीन ली। रविवार (2 मार्च 2025) को आकाश आनंद के खिलाफ यह कार्रवाई एक साल में दूसरी बार की गई है। उन्हें पार्टी के उत्तराधिकारी और नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटा दिया है। मायावती ने अब अपने जीते जी किसी को उत्तराधिकारी घोषित न करने का निर्णय लिया है।
मायावती ने रविवार (2 मार्च 2025) को यह ऐलान लखनऊ में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में किया। इस दौरान उन्होंने आकाश के पिता आनंद कुमार और राज्यसभा सांसद रामजी गौतम के रूप में दो नए नेशनल को-ऑर्डिनेटर बनाए हैं। बसपा की इस बैठक में कई राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष शामिल हुए, लेकिन आकाश आनंद गैरहाजिर रहे।
15 दिन पहले दिया था अल्टीमेटम
मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को 15 दिन पहले अल्टीमेटम दिया था। उन्होंने कहा था कि बसपा का वास्तविक उत्तराधिकारी वही होगा, जो कांशीराम की तरह हर दुख-तकलीफ उठाकर उनके मूवमेंट को आगे बढ़ाएगा।
आकाश के ससुर और करीबी को हटाया
मायावती ने इससे पहले 18 दिन पहले आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ और उनके करीबी नितिन सिंह को भी पार्टी से निकाल दिया है। पार्टी में गुटबाजी और अनुशासनहीनता के चलते यह कार्रवाई की गई है।
आकाश आनंद का सियासी सफर
- बसपा प्रमुख मायावती ने 10 दिसंबर 2023 को यूपी-उत्तराखंड के नेताओं की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित किया था। हालांकि, 7 मई 2024 को गलतबयानी के चलते आकाश से सभी जिम्मेदारियां छीन ली गईं।
- मायावती ने आकाश को अपरिपक्व (इम्मैच्योर) बताया था, लेकिन 47 दिन बाद ही अपना फैसला पलटते हुए 23 जून 2024 को फिर से आकाश को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंप दी। अब फिर उनसे सभी जिम्मेदारियां छीनी गई हैं।
- 2022 के हिमाचल विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक बनाए गए थे। हालांकि, इससे पहले वह पार्टी की गतिविधियों में शामिल होने लगे थे। 2017 में सहारनपुर की जनसभा में पहली बार मायावती के साथ नजर आए।
- आकाश ने लंदन से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) हैं। उनकी शादी पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ की बेटी डॉ. प्रज्ञा के साथ हुई है।