Prayagraj Maha Kumbh: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ मेले में संत-महात्मा पहुंचने लगे हैं। यह संत अपने रहन-सहन, त्याग-तपस्या और खान-पान से लोगों को हैरान कर रहे हैं। महाकुंभ में आए पर्यावरण बाबा के गहनों की भी खूब चर्चा हो रही है। वह हाथ में डायमंड जड़ित घड़ी और सोने के कंगन पहनते हैं।
पर्यावरण बाबा को महामंडलेश्वर अवधूत बाबा (Avdhoot Baba) भी कहते हैं। उनका असली नाम अरुण गिरी (Arun Giri) हाराज है। लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने लंबे समय से अभियान चला रहे हैं। उनकी इसी पहल को देखते हुए लोग पर्यावरण बाबा (Environment Baba) कहने लगे।
पर्यावरण बाबा रोप चुके एक करोड़ पौधे
महामंडलेश्वर अरुण गिरी महाराज अब तक एक करोड़ पौधे लगा चुके हैं। शिष्यों को भी पर्यावरण के प्रति जागरूक करते रहते हैं। प्रयागराज महाकुंभ में भी श्रद्धालुओं को पर्यावरण का महत्व समझाएंगे और पौधे भी गिफ्ट कर प्रकृति के प्रति जागरूक करेंगे।
ऐसी थी गोल्डन बाबा की लाइफ
पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर निवासी सुधीर मक्कड़ उर्फ गोल्डन बाबा अब इस दुनिया में नहीं हैं। 2020 में उनका निधन हो गया था। वह अपनी लग्जरी लाइफ और गहनों के लिए दुनियाभर में विख्यात थे। सभी उंगलियों में सोनी की अंगूठी, गले में सोने चैन, ब्रेसलेट और जैकेट पहनते थे। वह 20 किलो सोने के आभूषण पहनकर कांवड़ यात्रा में शामिल हुए थे।