Meerut Youth Murder: मेरठ में बच्चों के विवाद में खूनी संघर्ष हो गया। मामले में कुछ लोगों ने गोली मारकर युवक की हत्या कर दी, जिसके बाद जाटव और वाल्मीकि समाज के लोग आमने-सामने आ गए। लाठी-डंडे विरोध करने लगे। फिलहाल, पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है।

मेरठ में बच्चों को लेकर यह विवाद जातीय संघर्ष का स्वरूप ले लिया है। दोनों ओर सैकड़ों की संख्या में लोग लाठी डंडे लेकर सड़क पर उतर गए और एक-दूसरे पर हमला करने लगे। कई गाड़ियां तोड़ दीं।

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मामला रिठौरा गांव में हुए इस बवाल की सूचना मिलते ही अफसर मौके पर पहुंचे। तीन थानों की फोर्स बुलाई, इसके बाद स्थित काबू नहीं हुई तो PAC बुलाई गई। एसपी देहात कमलेश बहादुर सिंह ने बताया कि 4 लोग हिरासत में लिए गए हैं। पुलिस तैनात है। 

मेरठ के रिठौरा गांव में हत्या के बाद समझाइश देते पुलिस व प्रशासन के आला अफसर।

रिठौरा गांव में शुक्रवार दोपहर 2 बजे मैदान में खेलते वक्त बच्चों में झगड़ा हो गया। झगड़े की जानकारी परिजनों को लगी तो वह आमने-सामने आ गए। बाद में समाज के लोग भी एक दूसरे के समर्थन में उतर आए। 

अचानक कुछ लोग आए और पापा को पीटने लगे
मृतक युवक की पहचान सोहनवीर (50) के रूप में हुई है। उनकी बेटी अनु ने बताया कि बवाल के दौरान पापा-मम्मी घर में थे। सब लोग भोजन कर रहे थे। चाचा-चाची निकलने वाले थे, तभी कुछ लोग आए और पापा को पीटने लगे। हम लोग कुछ समझ पाते कि उन्हें गोली मार दी। 

फर्नीचर का काम करता था सोहनवीर 
सोहनवीर फर्नीचर बनाने का काम करता था। उनके निधन के बाद चारों चारो बच्चों अनु, वर्षा, शिवा और सागर की जिम्मेदारी पत्नी हेमलता के कंधों पर आ गई। बेटी अनु ने कहा, हम लोग दहशत में हैं। मेरे पापा को जिंदा करके लाएं, नहीं तो हम भी मारेंगे। 

हिरासत में लिए गए 4 युवक 
पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन लोग आरोपियों की घेराबंदी कर रहे थे। पुलिस ने आदित्य, अभिजीत, प्रिंस सहित 4 युवकों को हिरासत में लिया। थाने में उनसे पूछताछ की जा रही है। ग्रामीणों की मांग है कि आरोपियों को उनके हवाले कर दिया जाए।