Meerut Dalit family Migration: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से पलायन की भयावह तस्वीर सामने आई है। मेरठ के सरूरपुर क्षेत्र में दो माह पूर्व हुई हत्या के बाद दलित परिवार के 40 से ज्यादा लोग गांव छोड़कर चले गए। यह सभी लोग डाहर गांव के रहने वाले हैं। हत्या के बाद उन पर समझौते का दबाव बनाया जा रहा था। 

दरअससल, मेरठ के डाहर गांव में रहने वाले दलित युवक गौरव का पड़ोस में रहने वाली युवती से प्रेम प्रसंग था। युवती कश्यप समाज की थी, लेकिन 10 मार्च को बहसूमा थाना क्षेत्र के जंगल में गौरव की हत्या हो गई है। आरोप युवती के परिजनों व दोस्तों पर है। 

दबंगों की दहशत को बताई वजह 
मृतक गौरव के पिता राकेश, चाचा रामनिवास, महेंद्र, राजेंद्र और दादी रोशनी सहित परिवार के 40 सदस्य गांव छोड़कर चले गए। घर छोड़ने की वजह उन्होंने दबंगों की दहशत बताई। इतना ही नहीं गेट में मकान बिकाऊ होने का पोस्टर भी चस्पा कर दिया है। गुरुवार को परिवार के यह लोग गाड़ी में घर का सामान लादकर गांव से चले गए। मवेशी भी साथ ले गए। 

कार्रवाई न करने का आरोप गलत 
पलायन की सूचना पर पुलिस डाहर गांव पहुंची और परिवार को रोकने की कोशिश की। इसके लिए घंटों निवेदन किया, लेकिन वह नहीं माने। थाना प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार गौड़ ने कहा, हत्या के मामले में एससी एक्ट का मामला दर्ज है। कार्रवाई न करने का आरोप गलत है।

भाजपा नेता फरार 
पीड़ित परिवार ने बताया कि हत्या के आरोप में पुलिस ने युवती सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले में युवती के साथ मोहकम और भानू के अलावा एक भाजपा नेता का भी नाम सामने आया है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन भाजपा नेता फरार है। जो समझौते के लिए लगातार दबाव बना रहा है।  न मानने पर धमकी दी जाती है।