UP News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में दरोगा को बंधक बनाकर पिटाई की गई है। ग्रामीणों ने उस पर अवैध वसूली और महिलाओं से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। घटना परीक्षितगढ़ के गोविंदपुरी गांव में शनिवार शाम को हुई है। इस दौरान वह तीन घंटे तक बंधक रहे। 

घटना की सूचना पाकर सदर देहात सीओ नवीना शुक्ला किठौर, मवाना और भावनपुर थाने की फोर्स लेकर गांव पहुंचे और 3 घंटे मशक्कत कर दोनों दरोगा को ग्रामीणों से मुक्त कराया। लेकिन बिना मेडिकल कराए ही वह फरार हो गए। मोबाइल भी बंद हैं। घटना ने गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों ने दोनों दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

बुजुर्ग महिला काे जड़ा थप्पड़
प्रशिक्षु शिवम पर पटाखा दुकानदारों से अवैध वसूली करने का आरोप लगा है। शनिवार शाम वह शराब पीकर गांव पहुंचे थे। बुजुर्ग महिला ने वसूली का विरोध किया तो उसे थप्पड़ मार दिया। स्थानीय युवक हरेंद्र ने विरोध किया तो उसके साथ भी मारपीट की। इस घटना से लोग आक्रोशित हो गए और उन्हें बंधक बना लिया। 

घर में घुसकर मचाया उत्पात
ग्रामीणों ने बताया कि हरेंद्र से मारपीट के बाद दरोगा पिंटू के घर में घुसकर उत्पात मचाने लगे। वह पटाखा कारोबार के बदले रुपए मांग रहे थे। ग्रामीणों ने विरोध किया तो गाली-गलौज करते हुए उन्हें जेल भेजने की धमकी दी। 

निलंबित किए जाने की मांग
ग्रामीणों ने दोनों दरोगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर निलंबित किए जाने की मांग की है। बताया कि दरोगा सतेंद्र कई दिन से दुकानदारों को परेशान कर रहा था। आए दिन डरा-धमकाकर अवैध वसूली करता था। उन्हें जेल भेजने की धमकी देता था। 

किठौर थाने में लगे थे आरोप 
दरोगा सतेंद्र किठौर थाने में पदस्था था। तब महलवाला, राधना, कायस्थ बड्ढा के लोगों ने उसके खिलाफ अवैध वसूली की शिकायत की थी। तत्कालीन एसएसपी रोहित सजवाण ने इस पर एक्शन लेते हुए उसे थाने से हटाया था। परीक्षितगढ़ थाने में भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आया।

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गुप्त सूचना लीक करने का आरोप
किठौर थाने में तैनाती के दौरान दरोगा सतेंद्र पर गुप्त सूचना लीक करने के आरोप लगे थे। बताया गया कि राधना गांव में अवैध हथियार फैक्ट्री की सूचना पर एनआईए (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) ने दबिश दी थी, लेकिन कार्रवाई से पहले तस्करों तक सूचना पहुंच गई थी।