Meerut News: मेरठ के मवाना एसडीएम ऑफिस के बाहर एक किसान ने खुद को आग लगा कर आत्महत्या करने की कोशिश की है।आसपास के मौजूद लोगों ने किसान को बचाने के लिए दौड़े, लेकिन जब तक किसान का शरीर काफी हद तक जल चुका था। किसान का नाम जगवीर बताया जा रहा है, जो मवाना एसडीएम ऑफिस में एसडीएम अखिलेश यादव के पास अपनी फरियाद लेकर आया था। जानकारी के अनुसार, किसान जगवीर की एक जमीन थी, जिस पर जगवीर काफी सालों से फसल बो रहा था, पर वन विभाग ने उस जमीन को अपना बता कर उसमें कब्जा कर लिया था। जिसकी शिकायत उसने एसडीएम मवाना से की थी।

गेहूं की खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलने से दुखी किसान
पीड़ित किसान का आरोप था कि 2 दिन पहले किसान की गेहूं की खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चला कर फसल को नष्ट कर दिया गया। जिस जमीन में खड़ी फसल को जोता गया उस जमीन पर वन विभाग ने अपना दावा जताया है। खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलाने से किसान दुखी था। किसान अपनी फसल का मुआवजा पाने के लिए एसडीएम आफिस गया था, लेकिन उसकी फरियाद पर कोई सुनवाई नहीं हुई। परेशान होकर किसान ने खुद को आग के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद हस्तिनापुर विधायक राज्य मंत्री दिनेश खटीक मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि पहले किसान को नोटिस दिया जाना चाहिए था, नोटिस देने के बाद ही जमीन पर कब्जा करना चाहिए था।

 

दोषी अधिकारी पर होगी कार्रवाई
विधायक ने कहा कि खेत खाली करने के लिए सबसे पहले नोटिस दिया जाना चाहिए था इसके बाद की कुछ कार्रवाई करनी चाहिए थी, पर जिस भी अधिकारी ने यह गलती की है या इस मामले में जो भी अधिकारी दोष होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मेरठ के एसपी देहात कमलेश बहादुर के अनुसार, किसान जगवीर हस्तिनापुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है। पीडित किसान को पुलिस द्वारा इलाज के लिए सीएचसी भेजा गया है। डॉक्टरों ने बताया की किसान की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।फिलहाल इलाज चल रहा है।