UP News: मेरठ में चलती कार में रविवार की रात को जिंदा जलने से 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की तस्वीर रोंगेट खड़ी करने वाली है। काफी समय तक मृतकों की पहचान नहीं की जा सकी थी, लेकिन अब पुलिस ने मृतकों की पहचान कर ली है। मृतकों में मां-बेटे समेत 2 अन्य लोग हैं। इस हादसे में मृतकों के कंकाल तक सिकुड़ गए थे। 

यह हादसा मेरठ के गंगनहर कांवड़ पटरी मार्ग पर हुआ। जानकारी के मुताबिक कार में सवार परिवार गंगा स्नान करने हरिद्वार जा रहा था। तभी रास्ते में यह हादसा हुआ। मौके पर पहुंचे लोगों ने बताया कि शव जलने की गंध से पुलिसकर्मियों को उल्टी हो रही थी। शव से काफी बदबू आ रही थी, जो लगभग 1 किमी दूर फैली थी।

मृतकों की हुई पहचान
कार सवार मृतकों की पहचान सोमवार सुबह कर ली गई है। जिसमें गाजियाबाद के मानसरोवर पार्क लाल कुआं निवासी ड्राइवर ललित (20) और उनकी मां रजनी (40) के रूप में पहचान हुई है। वहीं कार में सवार दो अन्य लोगों में एक नोएडा के खेड़ा धरमपुरा निवासी राधा (29) और गाजियाबाद के तिबड़ा गांव निवासी कविता (50) है।

काफी दूर तक फैला आग का धुआ
दमकल के कर्मचारियों ने बताया कि मौके पर डेढ़ किमी दूर से ही धुआं उठता दिखाई दे रहा था। जब मौके पर पहुंचे तो कार आग का गोला बन चुकी थी और शव के जलने की तेज गंध आ रही थी। काफी मशक्कत के बाद लोगों ने नाक पर रुमाल रखकर ऑपरेशन शुरू किया।  

100 डिग्री से ज्यादा सिलेंडर का तापमान
उसने बताया कि अगर हम लोग कुछ और देरी से घटनास्थल पर पहुंचते तो सिलेंडर ब्लास्ट हो जाता। उस दौरान सिलेंडर का तापमान 100 डिग्री से ज्यादा हो गया था। तुरंत सिलेंडर को कूल किया गया और वहां पर मौजूद लोगों को हटाया। ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न हो।

कंकाल के सैंपल की जांच की तैयारी
मेरठ के SSP रोहित सिंह सजवान ने बताया कि कार गाजियाबाद से हरिद्वार की ओर जा रही थी। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है। मृतक गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर के रहने वाले हैं। इस हादसे की सूचना सभी के परिजनों को दी गई है। चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही टीम कंकाल के सैंपल लेकर जांच भी कराएगी, ताकि शव का पता चल सके।

2010 मॉडल है कार
घटना की जांच के लिए SSP ने फायर और फोरेंसिक विभाग की एक जॉइंट जांच टीम बनाई है। उन्होंने बताया कि कार में CNG सिलेंडर बाहर से लगवाया गया था। कार 2010 मॉडल की है। शुरुआती जांच में कार के डैशबोर्ड और उसके आसपास गैस लीक से आग लगने की संभावना दिख रही है। आगे की जांच की जा रही है।