PM Narendra Modi Ayodhya Visit: दिव्य-भव्य अयोध्या राम भक्ति में डूबी है। 500 सालों का लंबा इंतजार खत्म हुआ। भगवान राम घर आए हैं। उनका भव्य मंदिर दुनिया में प्रकाशमान हो उठा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला को गर्भगृह में प्राण-प्रतिष्ठित किया। इसके बाद पीएम मोदी कुबेर टीला पहुंचे। यहां उन्होंने प्राचीन शिव मंदिर में पूजा अर्चना की। जटायू की मूर्ति का अनावरण किया। फिर वे उन श्रमिकों के बीच पहुंचे, जिन्होंने राम मंदिर निर्माण में काम किया। पीएम मोदी ने मजदूरों पर पुष्प वर्षा की। ये मजदूर अलग-अलग कंपनियों के हैं। इन्होंने दिन रात मेहनत कर तय समय पर मंदिर निर्माण किया।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi showers flower petals on the workers who were a part of the construction crew at Ram Temple in Ayodhya, Uttar Pradesh. pic.twitter.com/gJp4KSnNp6
— ANI (@ANI) January 22, 2024
कुबेर टीला पर कामेश्वर महादेव का मंदिर
कुबेर टीला का उल्लेख अयोध्या के महाकाव्यों में है। यह टीला मिट्टी और पत्थरों से बना है और करीब 100 फीट ऊंचा है। यहां कामेश्वर महादेव का पुराना मंदिर है। श्रीराम ज्नमभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर के साथ कुबेर टीला का भी जीर्णोद्धार कराया है। मान्यता है कि यहां कुबेर देवता आए थे। टीले पर भगवान शंकर की पूजा के लिए शिवलिंग की स्थापना की थी। यहां मां पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय की भी मूर्तियां हैं। प्रधानमंत्री ने राम मंदिर परिसर में जटायु की मूर्ति पर फूल भी चढ़ाए और अयोध्या धाम में भगवान शिव की पूजा-अर्चना भी की।
ये विजय और विनम्रता का क्षण
प्रधानमंत्री मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद कहा कि यह क्षण न केवल विजय का बल्कि विनम्रता का भी अवसर है। यह उत्सव का क्षण है और साथ ही भारतीय समाज की परिपक्वता के प्रतिबिंब का क्षण भी है। विश्व का इतिहास स्वयं इस बात का प्रमाण है कि कई देश अपने ही इतिहास में उलझे हुए हैं। राम मंदिर, इस बात का प्रमाण है कि हमारा भविष्य हमारे अतीत से भी अधिक सुंदर होने वाला है।
अयोध्या का मंदिर राम के रूप में राष्ट्रीय चेतना का मंदिर
पीएम ने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब कुछ लोग कहा करते थे कि 'राम मंदिर बनेगा तो आग लग जाएगी। ऐसे लोग भारत की सामाजिक भावना की पवित्रता को नहीं समझ सकते। इसका निर्माण रामलला का मंदिर भारतीय समाज की शांति, धैर्य, आपसी सद्भाव और समन्वय का भी प्रतीक है। हम देख रहे हैं कि यह निर्माण किसी अग्नि को नहीं, बल्कि ऊर्जा को जन्म दे रहा है। पीएम ने यह भी कहा कि अयोध्या का मंदिर राम के रूप में राष्ट्रीय चेतना का मंदिर है।
पीएम मोदी रामलला के छत्र लेकर आए
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जब पीएम मोदी पहुंचे तो उनके हाथों में वस्त्र और छत्र था। प्रधानमंत्री लाल मुड़े हुए दुपट्टे पर चांदी का 'छत्र' रखकर मंदिर परिसर के अंदर गए। अनुष्ठान के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गर्भगृह में मौजूद थे। समारोह आयोजित होने पर भक्तों और मेहमानों ने 'जय श्री राम' के नारे लगाए।