UP Weather: उत्तर प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया है। रविवार सुबह से ही बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार को यूपी में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। साथ ही बिजली गिरने की संभावना जताई है। शनिवार को भी प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में जमकर बारिश हुई।
मौसम विभाग ने रविवार को प्रदेश में 35 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। सुबह से ही वाराणसी और इसके आसपास के जिलों में बारिश हो रही है। शनिवार को मानसून की लाइन जैसलमेर, दिल्ली, अलीगढ़, चुरु, भिवानी, हरदोई, मुरादाबाद, उना, पठानकोट और जम्मू से होकर गुजर रही थी। जिसकी वजह से राज्य में कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।
इन इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना
मौसम विभाग ने रविवार को कई जिलों में बिजली गिरने की संभावना जताई है। जिसमें सोनभद्र, मिर्जापुर, संत रविदास नगर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मऊ, बलिया, अलीगढ़, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, हाथरस, बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, प्रयागराज, जौनपुर, आजमगढ़, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, देवरिया, संत कबीरनगर, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बलरामपुर, श्रावस्ती, हरदोई, लखनऊ, अम्बेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, बाराबंकी, अयोध्या, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, गाजियाबाद, हापुड़ और बिजनौर व इसके आसपास के इलाके शामिल हैं।
35 जिलों में भारी बारिश की संभावना
रविवार को 35 जिलों में बारिश होने की संभावना है। जिसमें प्रदेश के कौशाम्बी, प्रयागराज, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, आजमगढ़, मऊ, संत कबीरनगर, कुशीनगर, महाराजगंज, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, मथुरा, आगरा, बिजनौर, मुरादाबाद, अम्बेडकरनगर, सहारनपुर, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, बांदा, चित्रकूट, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, बस्ती, गोंडा, सीतापुर, अयोध्या, शामली, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, मुजफ्फरनगर, बागपत, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, हाथरस, फिरोजाबाद, अलीगढ़, अमरोहा, शाहजहांपुर व इसके आसपास के इलाके शामिल हैं।
पिछले वर्ष पश्चिमी यूपी में हुई ज्यादा बारिश
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक पिछले साल वर्ष 2023 में मानसून के दौरान ही एक चक्रवात प्रवेश किया था। जिसकी वजह से पश्चिमी यूपी में अच्छी बारिश हुई। लेकिन बंगाल की खाड़ी की शाखा चक्रवात की वजह से कमजोर पड़ गयी। जिसकी वजह से बुंदेलखंड व पश्चिमी यूपी में पिछले साल भी पूर्वांचल की अपेक्षा ज्यादा बारिश हुई।