Ayodhya Ram Temple inauguration security arrangements: श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए यूपी की राजधानी लखनऊ से लेकर नेपाल बॉर्डर विशेष अलर्ट किया गया है। अयोध्या में सिर्फ पास धारकों को ही प्रवेश मिलेगा। नगर की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं। आमंत्रित व्यक्ति अयोध्या एक दिन पहले पहुंचेंगे। लखनऊ से अयोध्या तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है।
अयोध्या में ऐसी है सुरक्षा व्यवस्था
- अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से यूपी पुलिस और अर्धसैनिक बल के 11,000 जवान तैनात किए गए हैं। इसके अलावा 100 से अधिक डीएसपी, 325 इंस्पेक्टर व 800 उपनिरीक्षक भी तैनात किए गए हैं।
- अयोध्या आने-जाने वाले हर शख्स पर नजर रखी जा रही है। स्थानीय रहवासियों को भी मेहमानों की जानकारी देनी पड़ती है। जिन लोगों ने पेईंग गेस्ट रखा है, उनका पूरा रिकॉर्ड एकत्रित किया गया है।
- प्राण-प्रतिष्ठा के लिए इंटेलिजेंस विंग केंद्र/राज्य के कर्मचारी बढ़ाए गए हैं। नेपाल सीमा से लगे इलाकों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। यहां नेपाल जाने वाले सभी कच्चे रास्तों पर एसएसबी जवान 24 घंटे गश्त कर रहे हैं।
- राम मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए विशेष इंटेलिजेंस सेल बनाया है। यहां पर मंदिर को लेकर किसी एजेंसी को जो भी इनपुट मिलता है, उसे साझा किया जाता है।
- गत वर्ष एक व्यक्ति ने डार्क नेट का इस्तेमाल कर मंदिर को उड़ाने की धमकी दी थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है। ऐसे अपराधियों पर नजर रखने दूसरे तौर तरीकों पर भी नजर रखी जा रही है।
- पाकिस्तान के आतंकियों द्वारा मंदिर परिसर पर हमले की धमकी के बाद नेपाल सीमा पर विशेष अलर्ट जारी किया गया है। 22 जनवरी से पहले नेपाल से लगे सीमावर्ती इलाकों और वहां आने जाने वाले कच्चे रास्तों पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। एसएसबी के जवान यहां 24 घंटे गश्त कर रहे हैं।
मंदिर परिसर में छह स्तरीय सुरक्षा घेरा
- अयोध्या राम मंदिर और उससे लगे इलाकों को तीन भागों (रेड, यलो और ग्रीन जोन) में विभाजित कर छह स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है। हर जोन में खास तौर पर प्रशिक्षित सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। रेड जोन में मंदिर परिसर के अंदर का हिस्सा शामिल है। येलो जोन में मंदिर से लगे आसपास के रास्ते और ग्रीन जोन का दायरा थोड़ा ज्यादा है।
- मंदिर के आसपास तैनात सुरक्षा बल सभी तरह के हमलों का जवाब देने में पारंगत हैं। इस दौरान कोई आतंकी हमला होता है तो उसे पहले ही खत्म कर दिया जाएगा।
- मंदिर परिसर में बमरोधी दस्ता तैनात है। राम मंदिर पहुंचने के लिए एक स्पेशल मार्ग है, जिसमें तीन जगह चेकिंग होती है। इसके अलावा कुछ अन्य मार्ग भी हैं। किसी भी मार्ग से मंदिर पहुंचा जा सकता है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से हर व्यक्ति के लिए मार्ग निश्चित है। मंदिर में कुछ भी लाना वर्जित है।
- नो-फ्लाइंग जोन: मंदिर परिसर के ऊपर ड्रोन, हवाई जहाज या चॉपर, नहीं गुजर सकेगा। यहां एक उपकरण लगाया गया है, जो दूर से ही ड्रोन जैसी वस्तु को रोक देगा। इसकी मदद से कई किलोमीटर के दायरे में मंदिर की तरफ आती वस्तु का पता चल जाएगा।