Rampur Train Accident: उत्तरप्रदेश में लगातार ट्रेन हादसे हो रहे हैं। एक बार फिर ट्रेन को पलटाने की साजिश रची गई। रामपुर में बुधवार (18 सितंबर) को उत्तराखंड के काठगोदाम से देहरादून के बीच चलने वाली नैनी दून एक्सप्रेस (12091) पलटते-पलटते बच गई। किसी ने रेलवे ट्रैक पर लोहे का खंभा रखकर नैनी दून एक्सप्रेस को पलटाना चाहा। शुक्र है कि समय पर लोको पायलट की नजर पड़ी और इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। सूचना पर GRP और पुलिस-प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और पटरी से खंभे को हटवाया। करीब 30 मिनट बाद दोबारा ट्रेन को रवाना किया गया।
पुलिस ने तीन संदेहियों को पकड़ा
पुलिस ने रात से ही जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। खंभे को कब्जे में लिया है। शुरुआती जांच में पता चला कि रेलवे लाइन से थोड़ी ही दूर पर बस्ती है। बस्ती के कुछ लोग पटरी पर बैठकर नशा करते हैं। आस-पास के इलाकों में आए दिन चोरियां भी होती हैं। शक है कि इनमें शामिल लोगों की ही यह हरकत है। शक के आधार पर GRP ने तीन संदिग्धों को हिरासत में ले लिया है। तीनों से पुलिस पूछताछ कर रही है।
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गाजीपुर में रेलवे ट्रैक पर रख दिया लकड़ी का टुकड़ा
गाजीपुर में 16 सितंबर को बड़ा हादसा होने से बच गया था। लकड़ी का बड़ा सा टुकड़ा पटरी पर रखकर ट्रेन को पलटने की साजिश रची गई थी। जयनगर से नई दिल्ली जाने वाली संग्राम सेनानी एक्सप्रेस पटरी पर रखे लकड़ी के टुकड़े से टकरा गई थी। नजर पड़ते ही लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए लेकिन रुकते-रुकते ट्रेन लकड़ी से टकराई थी। हादसे से हड़कंप मच गया था।
लगातार हो रहे हादसे
16 अगस्त को साबरमती एक्सप्रेस कानपुर के गोविंदपुरी में बोल्डर से टकरा गई थी। इंजन सहित 22 कोच डिरेल हुए थे। 24 अगस्त को फर्रुखाबाद से कासगंज जा रही पैसेंजर ट्रेन के आगे ट्रैक पर लकड़ी का बड़ा टुकड़ा रखा गया थी। ट्रेन की स्पीड कम होने से बड़ा हादसा टल गया था। 8 सितंबर को कासगंज रूट पर ट्रैक पर भरा सिलेंडर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस पलटाने की साजिश थी। ट्रैक पर पेट्रोल की बोतल और बारूद रखा हुआ मिला था।