Robert Vadra Posters in Amethi: उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा चुनाव पर पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 3 मई है। नेहरू-गांधी परिवार की गढ़ रही इस लोकसभा सीट पर भाजपा ने मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है, वहीं कांग्रेस ने अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। इस बीच अमेठी में पोस्टर के जरिए रॉबर्ट वाड्रा की लोकसभा प्रत्याशी के रूप में मांग एक बार फिर से शुरू हो गई है। ये पोस्टर कांग्रेस दफ्तर के बाहर नजर आ रहे हैं।
पोस्टरों में लिखा है- अमेठी की जनता करे पुकार, रॉबर्ट वाड्रा अब की बार, यानी अमेठी की जनता इस बार रॉबर्ट वाड्रा को चाहती है।
क्या वायनाड में वोटिंग के बाद राहुल बनेंगे प्रत्याशी?
अमेठी गांधी परिवार की पारिवारिक सीट रही है। इसका प्रतिनिधित्व अतीत में संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने किया है। 2019 के चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर शानदार जीत हासिल की थी। राहुल गांधी पिछली बार के चुनाव की तरह इस बार भी वायनाड से चुनाव लड़ रहे हैं। वायनाड सीट पर 26 अप्रैल को दूसरे चरण में वोटिंग होनी है।
अमेठी के लिए नामांकन 3 मई तक खुले रहने के साथ राहुल गांधी वायनाड सीट पर मतदान के बाद अपना पर्चा दाखिल कर सकते हैं। हाल ही में उनसे पूछा गया कि क्या वह अमेठी में भी कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे? उन्होंने जवाब दिया था कि पार्टी मुझे जो आदेश देगी, मैं वही करूंगा।
मैं लड़ा तो भारी अंतर से जीतूंगा: वाड्रा
इस बीच, रॉबर्ट वाड्रा ने यह कहकर चर्चा छेड़ दी है कि अमेठी के लोगों को लगता है कि अगर वह वहां चुनाव लड़ते हैं, तो उनके पास स्मृतिजी को चुनने की अपनी गलती को सुधारने का विकल्प होगा। उन्होंने पहले कहा कि मुझे यकीन है कि अगर मैं चुनाव लड़ूंगा तो वे भारी अंतर से मेरी जीत सुनिश्चित करेंगे। इसके तुरंत बाद, उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में मांग करने वाले कुछ पोस्टर सोशल मीडिया पर प्रसारित होने लगे।
स्मृति ईरानी ने राहुल और रॉबर्ट पर किया कटाक्ष
स्मृति ईरानी का प्रचार अभियान पूरे जोरों पर है। उन्होंने उम्मीदवार की घोषणा में देरी के लिए कांग्रेस की आलोचना की और राहुल गांधी और उनके बहनोई रॉबर्ट वाड्रा पर कटाक्ष किया।
स्मृति ईरानी ने कहा कि जीजाजी की नजर अमेठी है, साले साहब क्या करेंगे। एक समय था जब बसों में यात्रा करने वाले लोग अपनी सीट पर निशान लगाने के लिए अपना रुमाल छोड़ देते थे इस पर कोई नहीं बैठता है। राहुल गांधी भी अपनी सीट पर रुमाल लेकर आएंगे क्योंकि उनके जीजा की नजर इस सीट पर है।
उन्होंने कहा कि क्या ऐसा कभी हुआ है? चुनाव में सिर्फ 27 दिन बचे हैं, लेकिन कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। इतना अहंकार। जो मैं पांच साल में कर सकी, राहुल गांधी 15 साल में नहीं कर सके।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी आरोप लगाया है कि राहुल गांधी 26 अप्रैल के बाद अमेठी आएंगे और लोगों को जाति के नाम पर बांटने की कोशिश करेंगे। राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने अयोध्या में भगवान श्री राम के अभिषेक समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया, लेकिन वह अमेठी में मंदिरों के आसपास घूमते नजर आएंगे। इसलिए सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है।
कांग्रेस के शीर्ष नेता 22 जनवरी को राम मंदिर के अभिषेक समारोह में शामिल नहीं हुए थे और उन्होंने भाजपा पर अयोध्या मंदिर को पॉलिटिकल इवेंट बनाने का आरोप लगाया था।