Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सरकारी अस्पताल में एक महिला ने सिजेरियन डिलीवरी से बेटी को जन्म दिया। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने महिला के पेट में तौलिया (टॉवल) छोड़ दिया। कुछ दिन बाद महिला के पेट में दर्द उठा। जांच कराने पर पता चला कि पेट के अंदर टॉवल है। शुक्रवार (13 दिसंबर) को महिला का निजी अस्पताल में ऑपरेशन कर डॉक्टरों ने टॉवल तो निकाला लेकिन पता चला कि टॉवल के कारण महिला की आंत फट गई। डॉक्टरों ने महिला को गंभीर हालत में चंडीगढ़ रेफर कर दिया है। CMO ने मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कही है।
25 नवंबर को हुई थी डिलीवरी
जानकारी के मुताबिक, सढौली पिलखनी निवासी सूरज की पत्नी करिश्मा की 25 नवंबर को जिला महिला अस्पताल में सिजेरियन डिलीवरी हुई। करिश्मा ने बेटी को जन्म दिया। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने करिश्मा के पेट में टॉवल ही छोड़ दिया। कुछ दिन सब सामान्य रहा फिर करिश्मा को पेट में दर्द होने लगा। असहनीय दर्द होने पर परिजन करिश्मा को लेकर महिला अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर ने एक इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगाते ही महिला का पेट फूलने लगा। दर्द और बढ़ गया। इसके बाद डॉक्टरों ने बिना कुछ बताए ही प्रसूता को मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया।
चंडीगढ़ में चल रहा महिजा का इलाज
परिजन महिला को मेडिकल कॉलेज लेकर गए। डॉक्टरों ने महिला की हालत देखकर हॉयर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। परिजन करिश्मा को एक प्राइवेट अस्पताल में लेकर पहुंचे। डॉक्टर ने महिला का फिर से ऑपरेशन कराया और पेट से टॉवल निकाला। महिला के पेट में टॉवल होने के कारण पश पड़ गई थी। इस कारण महिला की आंत फट गई है। निजी अस्पताल के डॉक्टर ने महिला की हालत को देखते हुए हॉयर सेंटर चंडीगढ़ भेज दिया है। यहां महिला का इलाज चल रहा है।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
डॉक्टरों की लापरवाही का मामला सामने आने के बाद सीएमएचओ डॉ. प्रवीण कुमार ने संज्ञान लिया। CMO का कहना है कि जिला महिला अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान क्यों लापरवाही बरती गई। इसकी जांच कराई जाएगी। किस डॉक्टर ने ऑपरेशन किया है। जांच के बाद दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।