Sambhal Jama Masjid dispute : उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद हिंसा में 5 लोगों की मौत हुई है। कई पुलिसर्मी भी घायल हुए हैं। स्कूल-कॉलेज और इंटरनेट सेवाएं बाधित कर दी गई हैं। पुलिस ने संभल सांसद और विधायक के बेटे सहित 2500 लोगों को आरोपी बनाया है। साथ ही 25 लोगों को गिरफ्तार कर FIR में चौकाने वाले खुलासे किए हैं।
संभल मस्जिद विवाद, FIR में यह बिंदु
- एफआईआर के मुताबिक, भीड़ ने रणनीति के तहत पुलिस पर हमला किया है। हत्या के उद्देश्य से कुछ लोगों ने पुलिस पर गोली चलाई। मैगजीन लूट ली और पिस्टल छीनने की कोशिश की।
- नखासा चौक पर दोपहर 12:35 बजे भीड़ ने CCTV कैमरे तोड़ दिए और फिर हॉकी-डंडे और पत्थरों से पुलिस पर हमला कर दिया।
- भीड़ में गुलबदीन, सुल्तान, हसन, मुन्ना पुत्र जब्बार, फैजान, समद समेत करीब 700 से 800 लोग शामिल थे। पत्थरबाबाजी करते हुए पुलिस की गाड़ियां फूंक दी।
- एफआईआर के मुताबिक, भीड़ से आवाज आ रही थी कि हसन, अजीम, सलीम, रिहान, हैदर, वसीम और अयान... पुलिसवालों से हथियार छीन लो, आग लगाकर इन्हें मार दो, कोई बचकर न जाने पाए। मस्जिद में हम सर्वे नहीं होने देंगे। इस दौरान फायरिंग भी की गई।
- सर्वे टीम मस्जिद में फंसी थी। उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एक्स्ट्रा फोर्स बुलानी पड़ी। इस दौरान भीड़ ने आंसू गैस के गोले भी लूट लिए।
संभल मस्जिद विवाद पर दूसरी FIR
- पुलिस ने एक दूसरी एफआईआर की है। इसमें सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सदर विधायक के बेटे के खिलाफ एफआईआर की है। कहा, राजनीतिक लाभ के लिए उन्होंने भीड़ को भड़काया है। हिंसा से 2 दिन पहले सांसद बिना अनुमति के जामा मस्जिद गए थे।
- FIR में सांसद जियाउर्रहमान बर्क को आरोपी नंबर-1 और सुहैल इकबाल को आरोपी नंबर-2 बनाया गया है। इसमें 700- 800 अज्ञात आरोपी भी शामिल हैं।
- FIR के मुताबिक, 24 नवंबर को जामा मस्जिद में सर्वे चल रहा था, तभी सुबह 9 बजे हथियारों से लैस होकर 700-800 लोग पहुंचे और सर्वे प्रक्रिया बाधित करने लगे।
- जियाउर्रहमान बर्क 22 नवंबर को जामा मस्जिद में बिना अनुमति भीड़ जुटाई और भड़काऊ बयानबाजी की।
- FIR के मुताबिक, विधायक के बेटे सुहैल इकबाल 24 नवंबर को सर्वे प्रक्रिया को बाधित में भीड़ के साथ मौजूद थे। वह कह रहे हैं कि जियाउर्रहमान बर्क हम लोग तुम्हारे साथ हैं। कुछ नहीं होने देंगे। मंसूबे पूरे करो।