Three people died in Vrindavan: मथुरा के वृंदावन कोतवाली इलाके में बीकानेर रेस्टोरेंट पर बड़ी घटना हो गई। टैंक में सफाई करने उतरे 3 मजदूरों की करंट लगने से मौत हो गई। सूचना पर पुलिस पहुंची और मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। तीनों मृतक जनपद बलिया के रहने वाले थे। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। परिवार वालों का आरोप है कि रेस्टोरेंट संचालक और उनके साथी बिना सेफ्टी उपकरण के मजदूरों से काम करा रहे थे।
जानें पूरा मामला:
प्रेम मंदिर के पास बने रेस्टोरेंट के टैंक में सफाई करने लिए मजदूर अमित गुप्ता उतरे। कहीं बिजली का तार निकला था। अमित करंट की चपेट में आ गया। अमित को अंदर बेहोश होता देख भतीजा प्रिंस टैंक में उतरा तो वह भी बेहोश हो गया। इसी बीच वहां काम कर रहा एक अन्य मजदूर दोनों को बचाने के लिए टैंक में गया। वह भी करंट की चपेट में आ गए। टैंक के अंदर करंट लगने से तीनों की मौत हो गई।
हादसे का कारण जानने की जा रही जांच
टैंक में 3 मजदूरों की मौत के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन बिजली सप्लाई रोकी गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। तीनों को टैंक से निकालकर जिला संयुक्त चिकित्सालय भेजा। यहां डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने तीनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। अगर कोई लापरवाही हुई है तो जिम्मेदार पर एक्शन लिया जाएगा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद साफ होगा कि मजदूरों की मौत किस कारण से हुई है।
करंट से मौत होने की ऐसी हुई पुष्टि
हादसे के बाद मौके पर पहुंची दमकल टीम ने 10 फीट गहरे टैंक में गैस का पता लगाने के लिए पहले नीम की पत्तियां डाली। फिर माचिस जलाकर फेंकी। दोनों ही तरीके से गैस की पुष्टि नहीं हुई। अगर गैस होती तो नीम की पत्ती जलने लगती, माचिस जलाकर फेंकने पर आग लग जाती। इसके बाद माना जा रहा है कि मजदूर करंट की चपेट में आए, जिसकी वजह से हादसा हुआ।