UP BJP Crisis: यूपी में लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद संगठन और सरकार के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। लखनऊ से दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है। इसको लेकर विपक्ष भी बीजेपी पर हमलावर है। वहीं यूपी बीजेपी के कई नेताओं ने दिल्ली में आलाकमान से मुलाकात भी की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार देर शाम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिले। बताया जा रहा है कि इस दौरान योगी ने बजट सत्र को लेकर राज्यपाल से चर्चा की।

अखिलेश यादव ने कसा तंज
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज कसते हुए यहां तक कह डाला कि भाजपा की कुर्सी की लड़ाई की गर्मी में, उप्र में शासन-प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है।

अखिलेश ने आगे लिखा कि तोड़फोड़ की राजनीति का जो काम भाजपा दूसरे दलों में करती थी, अब वही काम वो अपने दल के अंदर कर रही है, इसीलिए भाजपा अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धंसती जा रही है। जनता के बारे में सोचने वाला भाजपा में कोई नहीं है।

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किया पलटवार
इसको लेकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पलटवार किया। उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा बहादुर श्री अखिलेश यादव जी, भाजपा की देश और प्रदेश दोनों जगह मजबूत संगठन और सरकार है, सपा का PDA धोखा है। यूपी में सपा के गुंडाराज की वापसी असंभव है, भाजपा 2027 विधानसभा चुनाव में 2017 दोहरायेगी।

संगठन सरकार से बड़ा-केशव मौर्य
इससे दो दिन पहले यूपी भाजपा कार्यकारिणी समिति की बैठक केशव मौर्य ने अपने संबोधन के दौरान कहा था कि पार्टी संगठन सरकार से बड़ा है। सभी मंत्रियों, विधायकों और जन प्रतिनिधियों को पार्टी कार्यकर्ताओं का सम्मान करना चाहिए और उनके सम्मान का ख्याल रखना चाहिए। हालांकि आलाकमान से मुलाकात के बाद केशव ने अपने सोशल मीडिया से वीडियो हटा दिया। 

अति आत्मविश्वास ने पहुंचाया नुकसान
यूपी भाजपा कार्यकारिणी समिति की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अति आत्मविश्वास ने लोकसभा चुनावों में बीजेपी को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा था कि 2014 और उसके बाद के चुनावों में बीजेपी के पक्ष में जितने प्रतिशत वोट थे, बीजेपी 2024 में भी उतने ही वोट हासिल करने में सफल रही है, लेकिन वोटों की शिफ्टिंग और अति आत्मविश्वास ने हमारी उम्मीदों को नुकसान पहुंचाया है।

संगठन और सरकार में हो सकता है बड़ा बदलाव
वहीं राजनीतिक गलियारों में यहां तक चर्चा है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार और संगठन दोनों में बड़े बदलाव की तैयारी में हैं। योगी आदित्यनाथ को हटाकर यूपी में नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया जा सकता है। हालांकि बीजेपी की तरफ से इनका खंडन किया जा रहा है।

यूपी बीजेपी अध्यक्ष ने ली हार की जिम्मेदारी
यूपी के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने बुधवार को पीएम मोदी के साथ मुलाकात की। उस मुलाकात के बाद भूपेंद्र चौधरी ने हार की जिम्मेदारी ले ली है। भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से जो नतीजे आए, वो उनके आशा के अनुरूप नहीं थे। वे इस हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हैं।