Toll Tax Rates in UP: उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे पर फर्राटे भरना महंगा हो सकता है। योगी सरकार आगरा-लखनऊ, पूर्वांचल, बुंदेलखंड और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स बढ़ाने की तैयारी कर रही है। यूपीडा इसके लिए सलाहकार कंपनी बनाएगा। टोल की नई दरें अपैल से लागू हो सकती हैं। सूत्रों की मानें तो टोल टैक्स 5 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है।
लोकसभा चुनाव के पहले भी बढ़े थे दाम
लोकसभा चुनाव से भी पहले भी टोल शुल्क की दरें बढ़ीं थीं। हालांकि, तब यूपीडा (बढ़ाई गईं थीं। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथारिटी) द्वारा संचालित पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की टोल दरों में ज्यादा वृद्धि नहीं हुई थी। उस समय भारी वाहनों का टैक्स ज्यादा बढ़ा था। दो पहिया, तीन पहिया और कार जैसे हल्के वाहनों इससे मुक्त रखा गया था।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर सर्वाधिक टोल
उत्तर प्रदेश सरकार अभी सर्वाधिक टोल टैक्स बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का पर वसूलती है। महंगे शुल्क के मामले में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे दूसरे नंबर पर है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर एक तरफ का प्रति किलोमीटर औसत शुल्क 9.24 रुपए और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर प्रति किलोमीटर औसत टोल 8.63 रुपए टोल टैक्स है।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर भी बढ़ेगा टोल
यूपीडा एक बार फिर गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स बढ़ाने की तैयारी में है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का उद्धाटन मार्च में होना है। अप्रैल में पूरी तरह से इसे आम यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा।
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कैसे बढ़ती हैं टोल टैक्स की दरें?
- एक्सपर्ट की मानें तो एक्सप्रेसवे का टोल शुल्क थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर हर साल 1 अप्रैल को बढ़ाया जाता है। यूपीडा ने नई दरों की गणना के लिए सलाहकार कंपनी नियुक्त करने निविदा निकाली है।
- एक्सप्रेसवे पर टोल शुल्क की नई दरों का निर्धारण एक तरफ यात्रा, रिटर्न यात्रा और मासिक पास के आधार पर की जाती है। उत्तर प्रदेश के चारों एक्सप्रेस-वे पर अभी टोल कीमतों में बढ़ोतरी मैट्रिक्स के आधार पर की जाएगी।