लखनऊ। कन्नौज में सिपाही हत्याकांड के आरोपी हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुन्ना के घर पर गुरुवार को बुलडोजर चला। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपाधीक्षक 5 थानों की फोर्स और अन्य अधिकारियों के साथ 2 बुलडोजर लेकर पहुंचे। पहले धरनी धरपुर नगरिया गांव में किले नुमा घर की बाउंड्रीवॉल गिराई। इसके बाद 1 घंटे में ही पूरे घर को ढहा दिया। यह कार्रवाई सिपाही सचिन राठी हत्याकांड के 11वें दिन की गई है। पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने नाप जोख के बाद हिस्ट्रीशीटर मुन्ना यादव के इस मकान को चक रोड की जमीन पर बना बताया था। जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।
पुलिस पर हिस्ट्रीशीटर मुन्ना और उसके नाबालिग बेटे ने की थी फायरिंग
बता दें कि पुलिस 26 दिसंबर की शाम विशुनगढ़ थाना क्षेत्र के धरनी धरपुर नगरिया गांव में हिस्ट्रीशीटर मुन्ना यादव को पकड़ने गई थी। पुलिस टीम पर हिस्ट्रीशीटर मुन्ना और उसके नाबालिग बेटे ने फायरिंग कर दी थी। इस दौरान थाने के सिपाही सचिन राठी की गोली लगने से मौत हो गई थी। हालांकि, कुछ देर बाद ही पुलिस ने मुन्ना यादव और उसके बेटे के पैर में गोली मारकर दोनों को पकड़ लिया था।
पांच दिन तक दोनों का अस्पताल में चला इलाज
घायल अवस्था में बाप-बेटे को तिर्वा के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां 5 दिन इलाज के बाद आरोपी हिस्ट्रीशीटर मुन्ना यादव व उसके बेटे को बीती शनिवार की देर रात अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। इसके बाद मुन्ना को अनौगी जेल जबकि उसके नाबालिग बेटे को फर्रुखाबाद के बाल सुधार गृह भेज दिया गया।
रोड की जमीन पर कब्जा कर बनाया था मकान
पुलिस के अनुसार, पिछले कई सालों से हिस्ट्रीशीटर मुन्ना यादव ने अवैध काली कमाई से चक रोड की जमीन पर कब्जा कर आलीशान मकान बनवाया था। सिपाही हत्याकांड के बाद जब सख्ती की गई तो छिबरामऊ के तहसीलदार अभिनव कुमार और नायब तहसीलदार भारत कुमार मौर्या हिस्ट्रीशीटर के मकान की नापजोख करने पहुंचे थे। जांच में मकान का एक हिस्सा चकरोड की जमीन पर बना पाया था। जिसे लेकर ग्राम सभा की ओर से तहसीलदार न्यायालय में वाद दायर किया गया था।