UP Paper Leak Case: उत्तर प्रदेश में नकल माफिया के खिलाफ सख्त एक्शन जारी है। मेरठ सहित पूरे यूपी में 45 नकल माफिया के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। यह मामले मेरठ के कंकरखेड़ा, बागपत के बड़ौत और कौशांबी के मंझनपुर थाने में दर्ज हैं। जल्द ही पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी कर कुर्की की कार्रवाई करेगी।
यूपी पुलिस ने पेपर लीक मामले में गैंगेस्टर एक्ट के तहत तीन प्रकरण में 49 आरोपी बनाए हैं। मेरठ के 4 आरोपियों के नाम कौशांबी प्रकरण में भी शामिल हैं। इसलिए आरोपी 45 ही हैं। इन सभी लोगों पर प्रतियोगी परीक्षाओं में शुचिता भंग करने व प्रश्न-पत्र आउट करने का आरोप है। आरोपियों ने आरओ-एआरओ, पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती और शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के प्रश्न-पत्र लीक कराए हैं।
अवैध संपत्ति की जाएगी जब्त
मेरठ की कंकरखेड़ा थाना पुलिस ने रवि अत्री निमका गौतमबुद्धनगर, बिट्टू अलीपुर सरधना, दीपक उर्फ दीपू पठानपुरा कंकरखेड़ा, प्रवीण नंगलाताशी कंकरखेड़ा, रोहित उर्फ ललित गोलाबढ़ टीपीनगर, साहिल शोभापुर कंकरखेड़ा और प्रवेश प्रधान कंकरखेड़ा के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। इन पर पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर लीक करने का आरोप है। पुलिस ने बताया, आरोपियों ने अवैध संपत्ति भी बनाई है, जिसे जब्त किया जाएगा।
पेपर लीक गिरोह के सरगना
पेपर लीक मामले में यूपी एसटीएफ जांच कर रही है। कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा है। पुलिस के मुताबिक, गिरोह सरगना रवि अत्री, राजीव नयन मिश्रा, विक्रम पहल और अमित सिंह हैं। सिपाही भर्ती परीक्षा के अलावा आरओ-एआरओ भर्ती का पेपर लीक भी इन्होंने ही कराया है। वहीं, बड़ौत पुलिस ने राहुल चौधरी छछरपुर, फिरोज किरठल बागपत, बलराज उर्फ बबलू शाहडब्बर बुढ़ाना और रवि उर्फ बंटी कांधला शामली पर केस दर्ज किया है।
30 आरोपियों को मिली जमानत
कौशांबी पुलिस ने 23 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। इनमें राहुल चौधरी समेत 4 आरोपी शामिल हैं, जिन्होंने टीईटी का पेपर लीक कराया था। बागपत में इनके खिलाफ केस दर्ज है। तीनों मामलों में 45 आरोपी शामिल हैं। इनमें से 30 को जमानत मिल चुकी है। अब सभी की गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तारी होगी । 15 आरोपी अब भी जेल में हैं। इनकी संपत्ति जब्त करने के आदेश दिए गए हैं।