UPPSC Paper Leak : उत्तर प्रदेश की RO/ARO भर्ती की परीक्षा-2023 में पेपर लीक मामले में यूपीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक अजय तिवारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। अजय तिवारी को जून-2022 में आयोग के परीक्षा नियंत्रक पद पर नियुक्त किया था। इससे पहले वह मुजफ्फरनगर में अपर जिलाधिकारी थे।  

उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की परीक्षाओं में गड़बड़ी को लेकर यह तीसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले भी दो परीक्षा नियंत्रक हटाए जा चुके हैं। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती-2018 में भी पेपर लीक होने की बात सामने आई थी। जिस पर STF ने मई-2019 में परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार और प्रिंटिंग प्रेस संचालक को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बाद में जमानत मिल गई थी। 

धांधली के सबूत मिलने पर दोबारा कराई परीक्षा 
अपर निज सचिव (एपीएस) भर्तीमें भी नियमों से छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। इस पर सीबीआई ने अगस्त-2021 में पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रभुनाथ के खिलाफ एफआइआर की थी। साथ ही धांधली के सुबूत मिलने पर आयोग ने एपीएस भर्ती परीक्षा-2023 निरस्त कर दोबारा परीक्षा कराई थी। 

प्रिंटिंग प्रेस संचालक और आयोग पर भी सवाल 
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की किसी भी परीक्षा के लिए प्रश्न-पत्रों के कई सेट अलग-अलग बंद लिफाफों में नियंत्रक के पास भेजे जाते हैं। इनकी प्रिंटिंग किस प्रेस से कराई जा रही है। यह बात परीक्षा नियंत्रक और उनके चंद सहयोगियों के पास ही पता होती है। आयोग के अध्यक्ष के पास भी यह जानकारी नहीं होती, लेकिन इतनी गोपनीयता के बावजूद पेपर लीक होने और परीक्षा नियंत्रक को हटा दिए जाने से आयोग और प्रिंटिंग प्रेस की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं।