UP Rajyapal: यूपी में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सेवा विस्तार मिलेगा या कोई नया चेहरा जिम्मेदारी संभालेगा। इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। आनंदी बेन पटेल का कार्यकाल 29 जुलाई को खत्म हो चुका है लेकिन अभी तक नए राज्यपाल के नाम पर मुहर नहीं लग पाई है। सूत्रों के मुताबिक आनंदीबेन पटेल को अगले आदेश तक पद पर बने रहने को कहा गया है, उनको 3 महीने का सेवा विस्तार दिया जा सकता है।
अभी तक किसी को नहीं मिला दूसरा मौका
अगर आनंदीबेन पटेल को सेवा विस्तार मिलता है तो वह प्रदेश की पहली राज्यपाल होंगी, जिसे दूसरा मौका मिलेगा। अब तक उत्तर प्रदेश में किसी भी राज्यपाल को दूसरा मौका नहीं दिया गया है। प्रदेश में अब तक 22 राज्यपाल रह चुके हैं।
आनंदीबेन पटेल यूपी की 25वीं गवर्नर हैं, इनमें से केवल 7 ही ऐसे चेहरे हैं जो 5 साल का कार्यकाल पूरा कर पाए हैं। आनंदी बेन पटेल के नाम को लेकर चर्चा इस लिए ज्यादा है क्योंकि बीते शनिवार को कई राज्यों के गवर्नर बदले गए लेकिन उनका नाम इस लिस्ट में शामिल नहीं था।
क्या उपचुनाव बाद यूपी में नियुक्ति होगा राज्यपाल ?
उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव का ऐलान किसी भी वक्त हो सकता है। ऐसे में कई जानकारों का माना है कि संभवत: उपचुनाव के बाद ही नए राज्यपाल की नियुक्ति की घोषणा की जाए।
आनंदीबेन पटेल यूपी की पहली महिला राज्यपाल
2 मई साल 1949 से अब तक राज्य में कुल 24 राज्यपाल रहे चुके हैं। आनंदीबेन पटेल यूपी की पहली महिला राज्यपाल भी हैं। इससे पहले जब उत्तर प्रदेश यूनाइटेड प्रॉविंस था तब सरोजनी नायडू 15 अगस्त 1947 से 2 मार्च 1949 तक राज्य की राज्यपाल थीं।
मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ की रह चुकीं गवर्नर
आनंदीबेन पटेल गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री रह चुकी है। साल 2018 में वह मध्य प्रदेश की राज्यपाल बनीं, 2019 से 2019 तक उनके पास छत्तीसगढ़ राज्यपाल का भी अतिरिक्त प्रभार रहा। 2019 में लालजी टंडन के मध्य प्रदेश के राज्यपाल बनने के बाद आनंदीबेन पटेल को उत्तर प्रदेश का गवर्नर बनाया गया था। आनंदीबेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद लोगों में गिना जाता है।