UP RO-ARO Paper leak: उत्तर प्रदेश समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) पेपर लीक मामले में भोपाल कनेक्शन सामने आया है। एसटीएफ प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी सुनील रघुवंशी सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया, पेपर लीक करने में इनकी भूमिका अहम है।
एसटीएफ के मुताबिक, आरोपियों ने 10-12 लाख रुपए लेकर पेपर बेचे थे। साथ ही भोपाल की होटल में अभ्यर्थियों को आंसर रटवाए थे। STF मामले में अब तक 16 आरोपियों को जेल भेज चुकी है। छह आरोपी रविवार को प्रयागराज से गिरफ्तार किए गए हैं।
11 फरवरी को वायरल हुआ पेपर
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने RO-ARO की प्रारंभिक परीक्षा 11 फरवरी को कराई थी, लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया में वायरल होने लगा। जिसके बाद यूपी सरकार ने परीक्षा निरस्त कर जांच के आदेश दिए। STF ने 100 से अधिक नंबर सर्विलांस में डाले।
यूं हुआ खुलासा
दरअसल, यूपी RO-ARO परीक्षा का प्रश्न-पत्र भोपाल में प्रकाशित कराया गया है। लिहाजा, एसटीएफ ने प्रेस के प्रत्येक कर्मचारी की कॉल डिटेल खंगाली। भोपाल पहुंचने पर तो पता चला कि पेपर लीक का मास्टर माइंड राजीव नयन मिश्रा उस समय गैंग के साथ भोपाल में ही था। STF ने प्रेस कर्मचारी सुनील रघुवंशी से पूछताछ की तो पहले आनाकानी करता रहा, लेकिन बाद में जुर्म कबूलते हुए आरोपियों के नाम बता दिए।
अभ्यर्थियों से 10-12 लाख में बेचे प्रश्न पत्र
आरओ-एआरओ के प्रश्न-पत्र सुनील की प्रिंटिंग प्रेस में छप रहे हैं। यह बात राजीव नयन और सुभाष प्रकाश को विशाल दुबे ने बताई थी। जिसके बाद इन्होंने पेपर आउट करने की योजना बनाई। सुनील ने बताया कि एक पेपर में 140 और दूसरे में 40 सवाल हैं। राजीव नयन, विशाल दुबे व सुभाष प्रकाश ने पहले सुनील को तैयार किया फिर अभ्यर्थियों से 10-12 लाख रुपए लेकर उन्हें प्रश्न पत्र व उनके आंसर उपलब्ध कराए।
इंजीनियरिंग कॉलेज में साथ पढ़े हैं आरोपी
STF ने प्रयागराज का राजीव नयन मिश्रा, बिहार के सुभाष प्रकाश, प्रयागराज के विशाल दुबे और प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी सुनील रघुवंशी, विवेक उपाध्याय, अमरजीत मौर्य और संदीप पांडेय को गिरफ्तार किया है। इन सबने भोपाल की अलग-अलग कॉलेजों से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। सभी एक-दूसरे को जानते हैं। विशाल दुबे और सुनील रघुवंशी 2014 से 2017 तक साथ पढ़े हैं। सुनील प्रिंटिंग प्रेस में मैकेनिकल इंजीनियर और सुभाष कॉलेज में कर्मचारी है।