RO ARO परीक्षा लीक: एक हफ्ते में आएगा बोर्ड का फैसला; 27 फरवरी तक मांगे थे साक्ष्य, अभ्यर्थियों का दावा परीक्षा से पहले हुआ लीक

UPPSC RO ARO Paper Leak: आरओ एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 2023 में पेपर लीक विवाद को लेकर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के साथ ही शासन भी अपने स्तर से जांच करा रहा है।;

Update: 2024-02-29 06:14 GMT
UPPSC RO ARO Paper Leak
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UPPSC RO ARO Paper Leak: समीक्षा अधिकारी (RO)/सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) प्रारंभिक परीक्षा 2023 में पेपर लीक विवाद को लेकर सरकार और यूपी लोक सेवा आयोग  अपने स्तर से जांच करा रहा है। शासन ने 27 फरवरी 2024 तक उम्मीदवारों से पेपर लीक से जुड़े साक्ष्य ऑनलाइन मांगे थे। अब शासन की तरफ से परीक्षा को लेकर एक हफ्ते में निर्णय लिया सकता है।

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आयोग ने 2 मार्च तक मांगे साक्ष्य
वहीं आयोग ने अभ्यर्थियों से दो मार्च तक साक्ष्य मांगे हैं। इसके साथ ही आयोग की तीन सदस्यीय आंतरिक कमेटी अलग से मामले की जांच कर रही है। आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा 11 फरवरी को हुई। इसके लिए 10.76 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे।

11 फरवरी से पहले हुआ लीक
कुछ छात्रों ने समीक्षा अधिकारी (RO)/सहायक समीक्षा अधिकारी(ARO) की प्रारंभिक परीक्षा से पहले ही पेपर लीक का दावा किया है। शासन को भेजे हलफनामे के साथ पेपर लीक के साक्ष्य दिए हैं। छात्रों का दावा है कि सामान्य हिन्दी का जो सेट-सी प्रश्नपत्र कई ग्रुप में वायरल हुआ है उसमें हर पेज पर प्रश्नों को दो कॉलम में सेट किया गया है। लेकिन 11 फरवरी के प्रश्नपत्र में प्रश्नों को पूरे पेज पर सेट किया गया है, इसमें दो कॉलम नहीं हैं।

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छात्रों ने वायरल पेपर को लेकर आशंका जताई है कि या तो पेपर परीक्षा केन्द्र के प्रबंधन ने निकलवाकर और टाइप करवाकर लीक किया है या फिर पेपर छापने वाली संस्था/आयोग के गोपनीय विभाग से ही लीक किया गया है।

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