Congress Sambhal Delegation stopped: यूपी में संभल हिंसा को लेकर सियायसत तेज हो गई है। सोमवार (2 दिसंबर को) कांग्रेस के डेलिगेशन को संभल जाने से रोक दिया। इसके बासद कांग्रेस नेताओं ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि संभल में हिंसा के बाद सच्चाई जानने के लिए उनके दौरे को रोका गया। गौरतलब है कि 24 नवंबर को संभल की जामा मस्जिद पर कोर्ट के आदेश के बाद सर्वे के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग में चार लोगों की मौत हो गई थी। कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा कहा कि यह पूरी तरह से अराजकता है।
कांग्रेस प्रमुख अजय राय को मिला नोटिस
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय को पुलिस ने नोटिस जारी कर संभल दौरा टालने की अपील की। नोटिस में लिखा गया कि जिले में शांति और सामुदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए यह जरूरी है। इसके साथ ही धारा 163 BNSS के उल्लंघन की संभावना जताई गई। राय ने कहा कि उनका दौरा शांति पूर्वक होगा। उन्होंने कहा, "हम अराजकता नहीं चाहते, लेकिन जो अन्याय हुआ है, उसे उजागर करना हमारा कर्तव्य है।"
#WATCH | Lucknow: Uttar Pradesh Congress President Ajay Rai says "The DCP and other police officials have said that they inform us when the restrictions are lifted. There are restrictions in Sambhal till 10th December. The day the Police will inform us that restrictions have been… pic.twitter.com/uWqMlMHO1W
— ANI (@ANI) December 2, 2024
आराधना मिश्रा के घर पर पुलिस तैनात
कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि मेरे घर के बाहर पुलिस को तैनात कर दिया गया है। उन्होंने कहा, "फैक्ट-फाइंडिंग के लिए जा रहे डेलीगेशन को रोकना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस मेरे घर के बाहर तैनात है। यह लोकतंत्र के खिलाफ है। मिश्रा ने यह भी कहा कि लोग इस मुद्दे की सच्चाई जानना चाहते हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन सच्चाई को दबाने का प्रयास कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के दौरे पर भी लगी थी रोक
इससे पहले शनिवार को समाजवादी पार्टी (एसपी) के प्रतिनिधिमंडल को भी संभल जाने से रोका गया था। इस पर एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि सरकार शांति नहीं चाहती। उनका रवैया समाज में अराजकता फैलाने वाला है।" कांग्रेस और एसपी दोनों ने भाजपा सरकार पर हिंसा और अन्याय को छिपाने का आरोप लगाया।
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सुप्रीम कोर्ट में हुई मामले पर सुनवाई
संभल मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट को फिलहाल नहीं खोला जाएगा। ट्रायल कोर्ट को भी 8 जनवरी तक कोई कार्रवाई करने से मना किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने शांति बनाए रखने की अपील की है। वहीं, शुक्रवार को यूपी के चंदौसी कोर्ट में भी संभल जामा मस्जिद के सर्वे मामले पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने सर्वे रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की थी हिंसा
संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान 24 नवंबर को हिंसा भड़क उठी थी। बताया गया कि मस्जिद के पास भारी भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने इसे काबू करने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल किया। इस घटना में पांच लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद से ही संभल में तनाव का माहौल है। प्रशासन ने संभल जिले में 1 दिसंबर तक बाहरियों के आने पर रोक लगा दी। इंटरनेट भी बैन किया गया, हालांकि, शनिवार को इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं।