UP Weather Update: उत्तरप्रदेश में घनघोर बारिश हो रही है। अब तक 640.4 मिमी पानी बरस चुका है। 21 जिलों में बाढ़ से हालात खराब हैं। गंगा-जमुना सहित सभी नदियां उफान पर हैं। वाराणसी में गंगा रौद्र रूप में है। 30 हजार परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने 17 सितंबर को झांसी, चित्रकूट, प्रयागराज सहित 42 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 32 जिलों में मौसम के साफ रहने का अनुमान जताया है।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने 17 सितंबर को झांसी, ललितपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर और हमीरपुर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इटावा, औरैया, कन्नौज, हरदोई, उन्नाव, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, रायबरेली, अमेठी, हाथरस, एटा, कासगंज, फर्रुखाबाद, मैनपुरी, फिरोजाबाद, आगरा, लखनऊ, बदायूं, अलीगढ़, मथुरा, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र और भदोही में बारिश येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में साफ रहेगा मौसम
मौसम विभाग ने 17 सितंबर को शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, बहराइच, सीतापुर, बाराबंकी, गोंडा, श्रावस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, देवरिया, मऊ, बलिया, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अमरोहा, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर, बस्ती, गोरखपुर और संतकबीर नगर में मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है।
इन जिलों के लोग बाढ़ से प्रभावित
जालौन, अयोध्या, बदायूं, बहराइच, पीलीभीत, बस्ती, वाराणसी, गोंडा, देवरिया, बलिया, फर्रुखाबाद, बाराबंकी, आजमगढ़, प्रयागराज, मिर्जापुर, गोरखपुर, रामपुर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, गौतमबुद्धनगर और बांदा के लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इन जिलों में रहने वाले 4 लाख से ज्यादा लोग पानी के कहर से परेशान हैं।
जानें बारिश का कहां, कितना कहर
वाराणसी में गंगा का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। 85 घाट और 2000 छोटे-बड़े मंदिर डूब गए हैं। लखीमपुर खीरी में पलिया-भीरा मार्ग की सड़क पानी के तेज बहाव में बह गई । 220 गांव पानी में डूबे हैं। गोंडा में घाघरा नदी में नाव पलटने से युवक की मौत हो गई है। जालौन में यमुना, पहूज और बेतवा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इससे कई गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। बाराबंकी में घाघरा-सरयू नदी का कहर जारी है। नदी की कटान से एक सरकारी स्कूल का भवन नदी में समा गया।