UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य कर विभाग के सबसे भ्रष्ट अफसरों की सूची तलब की है। प्रमुख सचिव एम देवराज ने समीक्षा बैठक में सभी जोनल आयुक्तों और ज्वाइंट कमिश्नरों को अफसरों की सूची तैयार कर मुख्यालय भेजने के निर्देश दिए हैं। सचल दल और विशेष जांच दल के अफसरों नाम भी मांगे गए हैं।
राज्य कर विभाग के प्रमुख सचिव एम देवराज शुक्रवार को टैक्स वसूली सहित अन्य बिंदुओं पर समीक्षा कर रहे थे। पुअर परफारमेंस की वजह पूछी तो जिम्मेदार अफसरों ने मैदानी अमले ठीकरा फोड़ दिया। जिस पर उन्होंने ग्रेड-1 और ग्रेड-2 टू के अपर आयुक्तों को निर्देशित किया है कि पुअर परफार्मेंस और खराब छवि वाले अफसरों के नाम भेजें। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इन मानकों से तय होगी परफारमेंस
एसआईबी | सचल दल |
टैक्स कलेक्शन की स्थिति | कितना टैक्स कलेक्शन |
केस प्रोफाइल की गुणवत्ता | वाहन चेकिंग के सापेक्ष केस |
रिपोर्ट भेजने और उसके स्तर की गुणवत्ता | ईवे बिल स्कैनिंग व टैक्स कलेक्शन |
सामान्य छवि | अधिकारी की सामान्य छवि |
इन मानकों के अलावा अपने मानक भी जोनल अफसर तैयार कर सकते हैं। | 50 हजार से कम के बिलों का संकलन व टैक्स कलेक्शन का असर |
अभी हर जिले से एक-एक नाम
प्रमुख सचिव एम देवराज ने परफार्मेंस को लेकर मानक भी तय किए हैं। ताकि, आसानी से उनकी परफारमेंस आंकलन किया जा सके। अभी हर जिले से सबसे खराब परफार्मेंस वाले एक-एक अधिकारी का नाम भेजा जाएगा। इसके बाद अन्य अफसरों की बारी आएगी।
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आदेश से अफसरों में बढ़ी तकरार
प्रमुख सचिव के इस आदेश से राज्य कर विभाग में खलबली मची हुई है। कई जगह अधिकारी भी आमने सामने हो गए। अधिनस्थ अफसरों को लग रहा है कि ग्रेड-1, ग्रेड-2 और ज्वाइंट कमिश्नरों ने अपने आपको पाक साफ बता दिया, लेकिन गड़बड़ी का पूरा ठीकरा फील्ड में तैनात अफसरों पर फोड़ दिया है।