Jharkhand Politics: झारखंड में उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ में 12 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है। मौत कैसे हुई? फिलहाल अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन झारखंड के CM हेमंत सोरेन ने अभ्यर्थियों की मौत की वजह का खुलासा किया है। हेमंत सोरेन ने भाजपा सरकार पर निशाना साधने हुए अभ्यर्थियों की मौतों के पीछे कोरोना वैक्सीन को जिम्मेदार बताया है।
लोग चलते-चलते भी मर रहे
मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में बुधवार को कहा कि उत्पाद सिपाहियों की मौत सिर्फ दौड़ से नहीं हो रही है। लोग चलते-चलते भी मर रहे हैं। कोरोना में भाजपा के लोगों ने देश के लोगों को जो टीका लगाया है वह गलत है। जिसका प्रभाव पड़ रहा है। उस टीके को पूरी दुनिया में बंद किथा। हमारे भारत में ही उसकी सप्लाई हुई है। उस टीके की वजह से लोग मर रहे हैं। सर्दी- खांसी से लोग मर रहे हैं। जवान लड़के-लड़कियां मर रहे हैं।
मंत्री इरफार बोले-PM ने खराब वैक्सीन दी
हेमंत सोरेन के बयान समर्थन करते हुए मंत्री इरफान अंसारी ने बीजेपी पर और भी गंभीर आरोप लगाए हैं। इरफान ने कहा कि हमें ऐसी वैक्सीन दी गई, जिसने युवाओं की इम्युनिटी पावर को कमजोर कर दिया है। एक्सरसाइज करने और दौड़ने पर लोगों की मौत हो रही है। मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने फोटो खिंचवाकर, साइन करवाकर खराब वैक्सीन दी। मंत्री ने कहा कि वैक्सीन की जांच होनी चाहिए।
भाजपा विधायक बोले-सीएम को माफी मांगनी चाहिए
भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने सीएम के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। नवीन ने कहा कि इस मौत के पीछे मानवता के आधार पर सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। मुख्यमंत्री को झारखंड के नौजवानों से माफी मांगनी चाहिए। नवीन ने कहा कि कोविड वैक्सीन से आप और हम आज सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री और मंत्रियों को करना कुछ नहीं है सिर्फ बीजेपी का विरोध करना है।
50 लाख मुआवज और नौकरी की मांग
अभ्यर्थियों की मौत के बाद सिपाही भर्ती मामले में सियासत तेज हो गई है। भाजपा ने सरकार से 50 लाख मुआवजा औऱ परिजनों को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। भाजपा ने पीड़ित परिवार को एक लाख रुपए दिया है। जबकि हेमंत सरकार इस मौत की वजह कोरोना वैक्सीन को बता रही है।
भर्ती प्रक्रिया पर लगी रोक
झारखंड में उत्पाद सिपाही भर्ती परीक्षा 22 अगस्त से चल रही है। 60 मिनट में 10 किमी की दौड़ लगाने के दौरान अबतक 12 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है। मौत के बाद भर्ती पर हेमंत सोरेन ने 3 से 5 सितंबर तक के लिए रोक लगाई और सोशल मीडिया पर भी इसकी जानकारी दी। सरकार अब इस दौड़ के नियम बदलने की तैयारी में है।