चारधाम यात्रा 2024: हर श्रद्धालु की होगी स्वास्थ्य जांच, 72 घंटे में चार तीर्थ यात्रियों की मौत से नियम सख्त, जानें क्या बदली व्यवस्था

Char Dham Yatra 2024: देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम की यात्रा में मंगलवार को पांचवे दिन भी खासी भीड़ रही। डीजीपी ने बताया, भीड़ नियंत्रण के लिए कई सकरात्मक निर्णय लिए गए हैं। बिना स्वास्थ्य जांच के श्रद्धालु यात्रा नहीं कर पाएंगे।;

Update: 2024-05-14 11:54 GMT
Char dham Yatra Route Chart Kedarnath Mandir
देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के पहले दिन 29,030 श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए।
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Char Dham Yatra 2024: देवभूमि उत्तराखंड में चारधाम की  यात्रा 10 मई से शुरू है, लेकिन लगातार बढ़ती भीड़ और श्रद्धालुओं को आवागमन में हुई परेशान से प्रशासन चिंतित है। डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि पिछले पांच दिन में हुई परेशानियों की समीक्षा कर कई जरूरी बदलवा किए हैं। अब यात्रा से हर पहले हर श्रद्धालु का स्वास्थ्य चेकअप किया जाएगा। साथ ही व्यवस्था अनुसार ही यात्री आगे के लिए रवाना किए जाएंगे। 

उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि 10 मई से चार धाम यात्रा शुरू हुई है। बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को खोले गए। 5 दिन की यात्रा में कई तरह की समस्याएं आईं हैं, उनकी समीक्षा कर समाधान के लिए अहम निर्णय लिए गए हैं। 

डीजीपी ने बताया पर्यटन विभाग ने यात्रियों के पंजीकरण की व्यवस्था की है। अब तक 25 लाख से अधिक पंजीयन हो चुके हैं। यात्रियों की भीड़ को देखते हुए सभी एसपी को अनुमति देने को कहा गया है। यानी व्यवस्था अनुसार ही यात्री ही धामों के लिए छोड़े जाएंगे। उन्होंने यात्रियों से भी अपील की है कि अपनी यात्रा केवल कार्यदिवस पर ही प्लान करें। 

सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12 एमआरपी 
तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य खराब होने या चोट लगने एवं पर तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक 12 एमआरपी बनाई गई हैं। सीएमएचओ डॉ. एचसीएस मार्तोलिया ने बताया, सोनप्रयाग, छौड़ी, चीरबासा, भीमबली, जंगलचट्टी, छोटी लिनचोली, बड़ी लिनचोली, भैंरों ग्लेशियर छानी कैम्प, रुद्रा प्वाइंट, बेस कैम्प केदारनाथ (विवेकानंद) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केदारनाथ में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। पहाड़ी क्षेत्र में प्रवेश से पहले हर श्रद्धालु की स्वास्थ्य जांच अनिवार्य है। 

पानी के लिए 78 स्टैंड पोस्ट लगाए गए
तीर्थयात्रियों को पेयजल के लिए परेशान न होना पड़े, इसके लिए सोनप्रयाग से यात्रा रूट पर 78 स्टैंड पोस्ट लगाए गए हैं। 6 टैंक टाइप के स्टैंड पोस्ट और तीन जगह वाटर एटीएम भी लगाए गए हैं। इसके अलावा सीतापुर, सोनप्रयाग एवं गौरीकुंड में भी पेयजल उपलब्ध है। 

850 स्ट्रीट लाइट, 200 सौर ऊर्जा लाइट
तीर्थ यात्रियों को रात में परेशानी न हो, इसके लिए विद्युत विभाग ने सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 850 स्ट्रीट लाइट लगाई हैं। इतना ही नहीं यात्रा रूट से धाम तक 200 सौर ऊर्जा स्ट्रीट लाइट लगी हैं। ताकि, तीर्थ यात्री रात्रि में आसानी से आवागमन कर सकें।    

साफ-सफाई व शौचालय की समुचित इंतजाम 
सुलभ इंटरनेशनल के इंचार्ज धनंजय पाठक ने बताया कि सोनप्रयाग से केदारनाथ पैदल मार्ग में 82 जगह सुलभ शौचालय बनाए गए हैं। केदारनाथ धाम में 135 सुलभ शौचालय हैं। इनकी साफ-सफाई के लिए 74 पर्यावरण मित्र तैनात हैं। 400 पर्यावरण मित्र सीतापुर पार्किंग से केदारनाथ धाम तक तैनात किए गए हैं। 

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