Ullu ऐप के खिलाफ नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट (NCPCR) ने शिकायत दर्ज की है। NCPCR ने सरकार से उल्लू ऐप की जांच करने की मांग की है। ऐप के खिलाफ एक्शन करने की भी मांग की गई है। शिकायत में कहा गया है कि इस ऐप से गलत कंटेंट पोस्ट किया जा रहा है, वह बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए बेहद घातक है।
पत्र में लिखी यह बात
भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेंशन को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि ऐसे ऐप्स के खिलाफ रेगुलेशन और पॉलिसी सर्टिफिकेशन दिया जाना चाहिए। आपको बता दें कि NCPCR बच्चों के हितों का ध्यान रखती है।
iOS और Android पर मौजूद है ऐप
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उल्लू ऐप गूगल प्ले स्टोर और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर मौजूद है। इस ऐप पर वेब सीरीज का फिल्मांकन किया जाता है। आरोप है कि इस ऐप से आपत्तिजनक फोटो और वीडियो को पोस्ट किया जाता है। जिसमें बच्चों के फोटो और वीडियो शामिल हैं। सबसे खतरनाक बात है कि इस ऐप के इस्तेमाल के लिए केवाईसी यानी नो योर कस्टमर की जरूरत नहीं होती है। इस ऐप के जरिए खासतौर पर स्कूली बच्चों को टारगेट किया जाता है। इसमें बाल यौन को दिखाया गया है।
नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई
ऐसे में NCPCR की ओर से मांग की गई है कि उल्लू ऐप के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसे गूगल प्ले स्टोर और iOS प्लेटफॉर्म से हटा दिया जाए। नियमों के उल्लंघन पर गूगल और iOS प्लेटफॉर्म की ओर से कार्रवाई करके ऐप को हटाया जा सकता है। बता दें कि ऐप लिस्टिंग में साफ किया गया है कि यह ऐप 17 से ज्यादा उम्र के लिए है।