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Vodafone-Idea AI Tool: वोडाफोन-आइडिया ने साइबर ठगों पर नकेल कसने के लिए नया AI और ML बेस्ड स्पैम मैनेजमेंट सॉल्यूशन लॉन्च किया है। यह सिस्टम फेक मैसेज को पहचान कर यूजर्स को तुरंत अलर्ट करता है।

Vodafone-Idea AI Tool: टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone-Idea) ने भारतीय एयरटेल की तर्ज पर एक नया AI और ML बेस्ड स्पैम मैनेजमेंट सॉल्यूशन लॉन्च किया है। यह सॉल्यूशन स्पैम और फेक मैसेजेस पर लगाम कसने के लिए जारी किया है, ताकि यूजर्स फेक मैसेज को पहचानकर साइबर ठगी जैसी बड़ी धोखाधड़ी से बच सकें। यह सिस्टम स्पैम और फर्जी मैसेज की पहचनाकर कर आपको अलर्ट करता है। 

कंपनी के अनुसार, इस सिस्टम ने अपनी टेस्टिंग फेज़ के बाद अब तक 24 मिलियन से अधिक स्पैम मैसेज को फ्लैग किया है। इसकी जानकारी कंपनी ने 2 दिसंबर को इस सॉल्यूशन को लॉन्च करते हुए ऑफिशियली तौर पर दी थी। वोडाफोन आइडिया के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर, जगबीर सिंह ने कहा कि यह AI-आधारित स्पैम डिटेक्शन टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन हमारे ग्राहकों की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करता है, जो रीयल-टाइम में प्रोटेक्शन प्रदान करता है। 

कंपनी का कहना है कि यह नया सिस्टम मशीन बेस्ड ऑटोमेटेड सॉल्यूशन के जरिए स्पैम मैसेज और SMS को पता लगाने और उन्हें फ्लैग करने के लिए बनाया गया है। जिसके जरिए VI ग्राहकों को सुरक्षित और क्लटर-फ्री मोबाइल एक्सपीरियंस मिल सकेगा। साथ ही स्पैम मैसेज और उनके द्वारा धोखाधड़ी का खतरा लगातार बढ़ने के कारण, Vi का नया स्पैम SMS सॉल्यूशन ग्राहकों को अवांछित और हानिकारक संदेशों से सुरक्षा प्रदान करेगा। यहां हम इस नए सॉल्यूशन सिस्टम का उपयोग करने का तरीका और अन्य सभी जरूरी डिटेल के बारें में विस्तार से बता रहे हैं। आइए जानें...

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VI स्पैम SMS सॉल्यूशन कैसे काम करता है?
VI का स्पैम SMS सॉल्यूशन एक AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और ML (मशीन लर्निंग) बेस्ड सिस्टम है, जो ग्राहकों को अवांछित और हानिकारक SMS से बचाने में मदद करता है। यह सॉल्यूशन रियल-टाइम में काम करता है और स्पैम मैसेज की पहचान करता है। जो इस प्रकार है... 

स्पैम संदेशों की पहचान:
VI के स्पैम SMS सॉल्यूशन AI और ML तकनीक का इस्तेमाल करके संभावित स्पैम मैसेज को एनालाइज करके पहचानता है। यह मैसेज के कंटेंट और स्रोत को देखकर तय करता है कि वे फ्रॉड लिंक, अनऑथोराइज्ड प्रमोशन और आइडेंटिटी थेफ्ट स्पैम हो सकते हैं या नहीं।

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स्पैम संदेशों को फ्लैग करना:
जब सिस्टम किसी संदेश को स्पैम के रूप में पहचानता है, तो वह उसे फ्लैग कर देता है और उपयोगकर्ता को "सस्पेक्टेड स्पैम" के रूप में चेतावनी देता है, ताकि वह उसे न खोले और न ही पढ़े।

निरंतर सुधार- यह सॉल्यूशन सिस्टम मशीन लर्निंग (ML) की मदद से नए स्पैम ट्रेंड्स के हिसाब से खुद को अपडेट करता रहता है, ताकि यूजर्स को पूरी तरह से सुरक्षा सुनिश्चित हो सकें।   

उपभोक्ता फीडबैक का इस्तेमाल:
VI अपने सिस्टम को और बेहतर बनाने के लिए उपभोक्ताओं से मिली शिकायतों और फीडबैक का इस्तेमाल करता है। इसके अलावा, UCC (Unsolicited Commercial Communication) तकनीक का उपयोग किया जाता है, जिससे बल्क कॉल्स की पहचान की जाती है।

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