Outage Problem: भारतीय भारतीय रेलवे की ई-टिकटिंग सेवा, IRCTC से लेकर टेलीकॉम कंपनियों और व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग लगभग सभी लोग करते हैं। लेकिन हाल ही में इन सभी प्लेटफॉर्म पर आउटेज को लेकर कई समस्या देखी गई है, जिससे यूजर्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कई यूजर्स के मन में सवाल होता है कि आखिर ये आउटेज होता क्या है और क्यों उन्हें बार-बार इन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आपकी इन सभी सवालों को हल करने के लिए यहां हम क्लाउड आउटेज के बारें में विस्तार से बता रहे हैं। आइए जानें... 

आउटेज (Outage) क्या है?
आउटेज या डाउनटाइम का मतलब होता है, किसी सेवा या प्रणाली का पूरी तरह से काम करना बंद कर देना। जब कोई नेटवर्क, वेबसाइट, टेलीकॉम सेवा या एप्लिकेशन पूरी तरह पूरी तरह या आंशिक रूप से अनुपलब्ध रहती हैं, तो इसे आउटेज कहा जाता है। यह समस्या कुछ समय के लिए हो सकती है (कुछ मिनटों से लेकर घंटों तक), या फिर लंबी अवधि के लिए भी हो सकती है। 

उदाहरण के तौर पर यदि कोई समस्या एक डेटा सेंटर को आंशिक रूप से प्रभावित करती है, तो सेवा प्रदाता को आवश्यक मेंटेनेंस और सुधार करने की जरूरत पड़ती है। जब तक सेवा पूरी तरह से SLA (Service Level Agreement) मानकों के अनुसार बहाल नहीं हो जाती, तब तक इसे डाउनटाइम माना जा सकता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। इसके कुछ सामान्य कारण इस प्रकार हैं: 

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ऑनलाइन साइटों या एप्लिकेशन में डाउनटाइम समस्या होने के कारण ?
ऑनलाइन साइट्स और सेवाओं को डाउनटाइम का सामना कई कारणों से करना पड़ सकता है। UptimeRobot के अनुसार इस समस्या के मुख्य कारण निम्नलिखित है...  

सर्वर में तकनीकी समस्या:
सर्वर की हार्डवेयर या सॉफ़्टवेयर में खराबी, जैसे सर्वर क्रैश, बग्स या नेटवर्क कनेक्शन की समस्याएं, साइट की उपलब्धता को प्रभावित कर सकती हैं।

मेंटेनेंस (Maintenance):
ऑनलाइन सेवाओं को नियमित रूप से अपडेट और सुधार के लिए मेंटेनेंस की जरूरत होती है। इस दौरान साइट या सेवा कुछ समय के लिए बंद हो सकती है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन उस वक्त कंपनी की सेवा उपलब्ध नहीं हो सकती, जिसे क्लाउड आउटेज माना जाता है। जिसके चलते यूज़र्स को इससे परेशानी हो सकती है। 

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ट्रैफिक का भारी दबाव (Heavy Traffic):
कभी-कभी एक वेबसाइट पर अत्यधिक ट्रैफिक (जैसे एक बड़ी सेल या प्रमोशन के दौरान) वेबसाइट या सर्वर को प्रभावित कर सकता है। इससे सर्वर डाउन हो सकता है क्योंकि वह बड़ी संख्या में यूज़र्स के अनुरोधों को संभाल नहीं पाता। इस तरह के ट्रैफ़िक के कारण सर्वर क्रैश हो सकता है या धीमा होकर बंद हो सकता है। 

साइबर हमले (Cyber Attacks):
डीडीओएस (DDoS) हमले, हैकिंग या अन्य साइबर हमलों के कारण भी वेबसाइट्स डाउन हो सकती हैं। इन हमलों में सर्वर पर अत्यधिक ट्रैफिक भेजा जाता है जिससे साइट क्रैश हो जाती है। साइबरसिक्यूरिटी फ़र्म कोबाल्ट के अनुसार , हर दिन करीब 2,220 साइबर हमले (या हर साल 800,000 से ज़्यादा हमले) होते हैं। 

सॉफ़्टवेयर या सिस्टम अपडेट:
जब साइट के सॉफ़्टवेयर या बैकएंड सिस्टम में नए अपडेट किए जाते हैं, तो इस दौरान अस्थायी डाउनटाइम हो सकता है। हालांकि, यह आमतौर पर शेड्यूल्ड होता है, ताकि यूज़र्स को कम से कम परेशानी हो।

हार्डवेयर समस्याएं:
वेबसाइट डाउनटाइम का एक और आम कारण खराब हार्डवेयर होना है। हालाँकि पिछले दस सालों में हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर दोनों ही अधिक विश्वसनीय हो गए हैं, लेकिन हार्डवेयर समस्या का जोखिम अभी भी मौजूद है। पुराना हार्डवेयर क्रैश हो सकता है। इससे पावर की समस्याएं, या स्टोरेज की कमी का सामना भी करना पड़ सकता है। अपटाइम इंस्टीट्यूट के 2022 आउटेज विश्लेषण का अनुमान है कि डेटा सेंटर ऑपरेटरों को प्रभावित करने वाली 43% आउटेज बिजली आपूर्ति (UPS) विफलताओं के कारण होती हैं। यहां तक ​​कि ड्राइवर्स और फर्मवेयर का अपडेट जैसी साधारण चीज भी साइट को क्रैश कर सकती है।

मानवीय त्रुटि:
इंसान एकदम परफेक्ट नहीं होते है और जब इंसान और मशीनें मिलती हैं, तो अक्सर कुछ गलतियां हो ही जाती है। असल में, Uptime Institute के 2022 के आउटीज एनालिसिस के अनुसार, पिछले तीन सालों में हुए महत्वपूर्ण आउटेज (जो डाऊनटाइम और वित्तीय नुकसान का कारण बने) का 40% कारण मानव त्रुटि थी।

मानव त्रुटि कई रूपों में हो सकती है। जैसे, नियमित रूप से चीजों को अपडेट न करना (जो पहले बताया गया), सर्वर हार्डवेयर और एप्लिकेशन्स की गलत सेटिंग, खराब रखरखाव, और गलत साइज का सर्वर चुनना (खासकर अगर आपने हाल ही में अधिक भारी काम करने वाले लोड के लिए अपग्रेड किया हो)।

क्या आपको 2017 का Amazon आउटेज याद है, जिसने कंपनी को लाखों डॉलर का नुकसान किया? वह भी मानव त्रुटि के कारण हुआ था। Data Center Knowledge में रिपोर्ट के मुताबिक, Amazon Simple Storage Service (S3) टीम के एक सदस्य ने एक सामान्य डिबगिंग एक्सरसाइज के दौरान गलत कमांड चला दिया था।