Pakistan Viral Video : पाकिस्तान में महजबी कट्टरता इस कदर हावी है। इसकी एक बानगी वायरल हो रहे एक वीडियो को देखकर समझी जा सकती है। जिसमें एक महिला को प्रिंटेड ड्रेस पहनने पर लोगों की भीड़ ने घेर लिया। वह अपने पति के साथ लाहौर के इचरा में कैफे में बैठी थी। जैसे ही लोगों की नजर महिला के कपड़ों पर पड़ी। लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। महिला के बारे में तरह-तरह की बातें करने लगे।
कहा गया कि इसने इस्लाम का अपमान किया है। लोगों की प्रतिक्रिया देखने के बाद महिला बुरी तरह डर गई। लोग उसका वीडियो बनाने लगे। जिससे महिला खुद का चेहरा छुपाने लगी। इस दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दी। महिला पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया। पुलिस अधिकारी ने लोगों को समझाइश दी। पुलिस महिला को अपने साथ हिरासत में ले गई। हालांकि बाद में महिला अधिकारी वीडियो जारी कर पूरे में सफाई दी है।
खुद की सफाई में महिला ने कहा- मैं खुद इस्लाम को मानती हूं। मुझसे भूल हो गई। मुझे नहीं पता था कि ये कुरान की आयत है।
वीडियो को @nailainayat नाम के एक्स अकाउंट से शेयर किया गया है। पोस्ट के कैप्शन में लिखा - लाहौर के इचरा में डिजिटल प्रिंट शर्ट पहनने वाली महिला को भीड़ द्वारा शिकायत करने के बाद पुलिस हिरासत में ले लिया गया कि ड्रेस पर कुरान की आयतें हैं। इस वीडियो को 3 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है।
@nailainayat ने दूसरा पोस्ट किया। इसका कैप्शन लिखा - अरबी प्रिंट कुरान की आयत नहीं थी, फिर भी उस बेचारी महिला को माफी मांगनी पड़ी क्योंकि "लोगों ने सोचा कि यह ईशनिंदा है।" इस वीडियो में महिला अधिकारी पूरे मामले को स्पष्ट कर रही हैं। इस वीडियो में खुद वो महिला भी अपनी बात कह रही है, जिसमें ईशनिंदा का आरोप लगाया गया है।
Woman in Lahore’s Ichra wearing a digital print shirt taken into police custody after a mob complained that the shirt had Quranic verses on it. pic.twitter.com/bVjtkuZlsP
— Naila Inayat (@nailainayat) February 25, 2024
यूजर ने दी ऐसी प्रतिक्रियाएं
महिला के वीडियो पर लोग कई तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। यूजर्स ने धार्मिक कट्टरता को लेकर पाकिस्तान की आलोचना की। एक यूजर ने कमेंट किया- और यही वह पाकिस्तान है जिसे भारतीय धर्मनिरपेक्ष लोग फासीवादी हिंदुत्व शासन के रूप में मोदी के भारत की आलोचना करते हुए रोमांटिक करते हैं। यह वह पाकिस्तान है जिसे पश्चिमी देशों और उनके मीडिया ने दशकों से भारत को धार्मिक स्वतंत्रता की कमी के बारे में उपदेश देते हुए संरक्षण दिया है।
एक अन्य यूजर ने कमेंट किया- देश के पास खाने के लिए अन्न नहीं है और पहली प्राथमिकता धर्म है। यह एक और अफ़गानिस्तान बन रहा है। एक और यूजर ने लिखा- पाकिस्तानी कट्टरपंथी इस्लामवादी जे-हदीस ने रमजान की विशेष पोशाक को ईशनिंदा बताया! 😵💫🤯 जाहिल, गवारों से क्या उम्मीद करें!
एक दूसरे यूजर ने कमेंट किया - यह "पहले हिजाब फिर किताब" मानसिकता का परिणाम है। जब वे केवल धर्म से संबंधित किताबें पढ़ते हैं, तो कोई और क्या उम्मीद कर सकता है? जब धार्मिक शिक्षा को हर चीज पर प्राथमिकता दी जाती है तो कोई क्या उम्मीद कर सकता है? त्रासदी यह है कि यह भी उन्हें इतना साक्षर नहीं बना सकता कि जो लिखा गया है उसे भी समझ सकें। पूरे पाकिस्तान में कैसी तबाही मची है...।