Happy Birthday Google: सर्च इंजन गूगल (Search Engine Google) आज यानी 27 सितंबर 2024 को 26 साल का हो गया है। इसकी शुरुआत 1998 में में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पीएचडी कर रहे दो छात्रों लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने मिलकर की थी।

गूगल ने नहीं बनाया बर्थडे डूडल
बता दें कि, गूगल किसी खास मौके पर गूगल डूडल बनाता है लेकिन आज अपने ही 26वें जन्मदिन के मौके पर गूगल के होमपेज पर कोई डूडल नजर नहीं आ रहा है।

आइए जानते हैं इस खास मौके पर गूगल की शुरुआत कैसे हुई, इसका पहला नाम क्या था और इसके साथ जुड़े कुछ ऐसे रोचक तथ्यों के बारे में जो शायद आप नहीं जानते।

गूगल का पहला नाम क्या था?
Google का नाम शुरू में "Backrub" था। ये नाम वेबसाइट्स के बैकलिंक्स को ट्रैक करने की प्रक्रिया से जुड़ा था। हालांकि, इसके संस्थापक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन को जल्दी ही समझ आ गया कि ये नाम कंपनी की पहचान के लिए उपयुक्त नहीं है। बाद में इसे "Google" नाम दिया गया, जो गणितीय शब्द "Googol" से प्रेरित है, जिसका मतलब है 1 के बाद 100 शून्य।

Google के अनसुने फैक्ट्स

  • गूगल का पहला डूडल: Google का पहला डूडल 1998 में आया था, जिसमें 'Burning Man Festival' को दर्शाया गया था। यह एक साधारण डूडल था, जिसे लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने खुद डिज़ाइन किया था।
  • गूगल का पहला सर्वर: गूगल का पहला सर्वर 1996 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में बनाया गया था। दिलचस्प बात यह है कि यह सर्वर लेगो ब्रिक्स से बना था।
  • गूगल का पहला ट्वीट: गूगल का पहला ट्वीट बाइनरी कोड में था। इस ट्वीट का मतलब था "I'm feeling lucky," जो गूगल सर्च का एक लोकप्रिय फीचर है।
  • Google कर्मचारियों की संख्या: शुरुआत में गूगल के पास सिर्फ एक कर्मचारी था। आज, गूगल में लाखों कर्मचारी काम करते हैं, और ये कंपनी दुनियाभर में सबसे प्रतिष्ठित कार्यस्थलों में से एक मानी जाती है।

सिर्फ खोज से परे: गूगल का विविधीकरण
जबकि खोज गूगल का मूल है, कंपनी ने कई क्षेत्रों में विविधता लाने का कार्य किया है, जिससे यह एक व्यापक तकनीकी समूह में परिवर्तित हो गया है।

प्रमुख उत्पाद और सेवाएं

  • Gmail(2004): ईमेल संचार में क्रांति लाने वाला।
  • Google Maps(2005): नेविगेशन और स्थान-आधारित सेवाओं को पुनर्परिभाषित करना।
  • Android (2005 में अधिग्रहित): स्मार्टफोन का 72% से अधिक उपयोग करता है।
  • YouTube (2006 में अधिग्रहित): वीडियो साझाकरण का सबसे बड़ा प्लेटफार्म।
  • Google Chrome (2008): सबसे लोकप्रिय वेब ब्राउजर।

Google का प्रभाव और भविष्य
गूगल आज सिर्फ एक सर्च इंजन नहीं, बल्कि एक टेक्नोलॉजी जायंट है, जिसने Android, YouTube, Gmail, और Google Maps जैसे उत्पादों के जरिए हमारी जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में गूगल का भविष्य और भी उज्ज्वल दिखाई दे रहा है।

कैसे भारत में 'Google baba' नाम से हुआ फेमस

  • बेहतर सर्च एल्गोरिद्म: गूगल की सबसे बड़ी सफलता का कारण उसका अनूठा सर्च एल्गोरिद्म है। गूगल के संस्थापक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने एक ऐसा एल्गोरिद्म विकसित किया जो वेबपेज की गुणवत्ता और उसकी प्रासंगिकता के आधार पर परिणाम देता है। इसे PageRank कहा जाता है, जो किसी वेबपेज के बैकलिंक्स की संख्या और गुणवत्ता के आधार पर उसकी रैंकिंग निर्धारित करता है। यह सटीक और तेज़ सर्च परिणामों के कारण उपयोगकर्ताओं के बीच बेहद लोकप्रिय हुआ।
  • सरल इंटरफेस: जब गूगल लॉन्च हुआ, तब अन्य सर्च इंजन जटिल और विज्ञापनों से भरे हुए होते थे। गूगल का सरल और साफ़-सुथरा इंटरफ़ेस उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने में सफल रहा। इसका होमपेज सिर्फ सर्च बार और गूगल के लोगो तक सीमित था, जो यूजर्स के लिए नेविगेट करना आसान बनाता था।
  • उपयोगकर्ता अनुभव पर ध्यान: गूगल ने हमेशा अपने उपयोगकर्ताओं के अनुभव को प्राथमिकता दी। उनका फोकस रहा कि यूजर्स को तेज़ और प्रासंगिक जानकारी दी जाए। गूगल के “I’m Feeling Lucky” फीचर ने भी इस अनुभव को और बेहतर बनाया, जिससे उपयोगकर्ता बिना किसी अतिरिक्त क्लिक के सबसे उपयुक्त परिणाम तक पहुंच सकते थे।
  • विज्ञापन मॉडल (Google AdWords): गूगल की सफलता में AdWords और AdSense जैसे विज्ञापन मॉडलों का बड़ा योगदान है। 2000 में शुरू किया गया AdWords, गूगल का मुख्य राजस्व स्रोत बना। इसमें व्यवसायों को अपने विज्ञापनों को गूगल सर्च परिणामों के साथ दिखाने की सुविधा मिलती है, जो कीवर्ड्स पर आधारित होती है। यह गूगल को एक सर्च इंजन से अधिक एक विज्ञापन पावरहाउस बना देता है।