Sierra Leone 'zombie' Drug: पश्चिमी अफ्रीकी देश सिएरा लियोन (Sierra Leone) के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। राष्ट्रपति जूलियस माडा बायो को देश में इमरजेंसी लगानी पड़ी है। इसकी वजह जॉम्बी ड्रग कुश (Kush) है। इस ड्रग को बनाने के लिए लोग कब्रों को खोद रहे हैं। यह ड्रग एक प्रकार का एडिक्टिव पदार्थों का साइकोएक्टिव मिश्रण है। इस ड्रग के लोग आदी हो चुके हैं। सिएरा लियोन के अस्पतालों में 63 फीसदी मरीज इसी ड्रग के एडिक्ट भर्ती हैं।
इंसानों की हड्डियों से बनती है ड्रग
जॉम्बी ड्रग कुश को बनाने में मानव हड्डियों का इस्तेमाल किया जाता है। इस ड्रग के आदी लोगों को कब्रों को खोदते हुए देखा गया। फ्रीटाउन में पुलिस अधिकारी कब्रिस्तानों की सुरक्षा कर रहे हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह दवा कई विषाक्त जीचों को मिलाकर बनाई जाती है। लेकिन इंसानी हड्डियां एक अहम तत्व है। इसकी लत में पड़कर लोग कई तरह की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। ड्रग के इस्तेमाल से लोगों के शरीर में सूजन आ गई है। लोगों का कहना है कि वे इस लत से छुटकारा चाहते हैं।
A new 'zombie' drug containing human bones is sweeping through Sierra Leone, killing two users each week - and leading dealers to rob graves to keep up with demand.#kush #SierraLeone pic.twitter.com/nviO5ZnBJt
— UnboundedLife (@unboundedlife1) April 6, 2024
3 साल में 4000 फीसदी मरीजों में इजाफा
इस ड्रग से कितने लोगों की मौत हुई है, इसका सटीक आंकड़ा अभी तक सामने नहीं आया है। हालांकि मृतकों की संख्या सैकड़ों में है। लोगों के अंगों ने काम करना बंद कर दिया। आखिरकार उनकी मौत हो गई। यदि जीवित बच भी गए तो उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। 2020 और 2023 के बीच कुश से जुड़ी बीमारियों के साथ सिएरा लियोन मनोरोग अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में 4000 फीसदी इजाफा हुआ है।
6 साल पहले सामने आया था कुश
कुश ड्रग पहली बार लगभग छह साल पहले पश्चिम अफ्रीकी देश में सामने आया था। इसका सेवन करने वाला इंसान कई घंटों तक नशे में रहता है। वहीं, ड्रग डीलर अवसरवादी हो चुके हैं। वे डिमांड को पूरा करने के लिए हजारों कब्रों में सेंध लगा रहे हैं।
नशीली दवाओं से मृत्यु दर में वृद्धि
सिएरा लियोन के राष्ट्रपति जूलियस माडा बायो ने कहा कि हमारा देश वर्तमान में दवाओं और मादक द्रव्यों के सेवन, विशेष रूप से विनाशकारी सिंथेटिक ड्रग कुश के विनाशकारी प्रभाव के कारण अस्तित्व के खतरे का सामना कर रहा है। नशीली दवाओं से मृत्यु दर में वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने नशे के खात्मे के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है। इसका मतलब है कि हर जिले में ऐसे केंद्र होंगे जिनमें नशे की लत से पीड़ित लोगों की देखभाल और सहायता करने के लिए प्रशिक्षित पेशेवरों द्वारा पर्याप्त स्टाफ होगा।
इसके अलावा अधिकारियों से जांच, गिरफ्तारी और अभियोजन द्वारा ड्रग सिंडिकेट को तोड़ने का भी आग्रह किया गया है।
देश में सिर्फ एक पुनर्वास केंद्र
वर्तमान में फ्रीटाउन देश में महज एक ड्रग पुनर्वास केंद्र है। इस साल की शुरुआत में एक सेना प्रशिक्षण केंद्र में 100 बिस्तरों की सुविधा जल्दबाजी में स्थापित की गई थी। पर्याप्त सुविधाओं की कमी के कारण विशेषज्ञों ने कथित तौर पर इसे पुनर्वास से अधिक एक होल्डिंग सेंटर बताया है।
सिएरा लियोन मनोरोग अस्पताल के प्रमुख डॉ. अब्दुल जलोह ने कहा कि राष्ट्रपति की आपातकालीन घोषणा सही कदम है।