Bangladesh Crisis: इसी महीने की 5 तारीख को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर भारत चली गईं। यह फैसला बांग्लादेश में जारी विरोध प्रदर्शनों और हिंसा के बीच लिया गया। विरोध प्रदर्शनों के पीछे मुख्य मुद्दा सरकार पर भ्रष्टाचार और तानाशाही के आरोप थे। शेख हसीना के इस्तीफे के बाद देश में राजनीतिक संकट गहरा गया, जिससे तख्तापलट की स्थिति बन गई।
शेख हसीना के देश छोड़ने के अगले ही दिन 6 अगस्त को, बांग्लादेश की सेना ने सरकारी नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया। संसद को भंग कर दिया गया और आपातकाल की घोषणा की गई। सेना ने सभी प्रमुख सरकारी संस्थानों पर कब्जा कर लिया और विपक्षी दलों के नेताओं को नजरबंद कर दिया। इस तख्तापलट ने देश में नई राजनीतिक उथल-पुथल पैदा कर दी।
inh 24x7 के स्पेशल शो (चर्चा ) में देखिए एडिटर-इन-चीफ हिमांशु द्विवेदी के साथ बांग्लादेश में तख्तापलट और इसके बाद वहां फैली हिंसा की स्थिति का एनालिसिस... चर्चा में भाजपा के प्रवक्ता डॉ. हितेश वाजपेयी, एआईसीसी के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूर, राष्ट्रीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज, वरिष्ठ पत्रकार रमेश शर्मा ने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति और वहां आगे बनने वाली संभावनाओं पर अपने विचार साझा किए हैं।