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J&K Assembly Election 2024:जम्मू-कश्मीर में लगभग 10 साल के लंबे इंतजार के बाद विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है। यह चुनाव प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आखिरी बार विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था, जब जम्मू-कश्मीर एक विशेष राज्य था। उसके बाद से राज्य की स्थिति में कई अहम बदलाव हुए, जिनमें अनुच्छेद 370 का निरस्तीकरण और राज्य का केंद्र शासित प्रदेश में विभाजन प्रमुख हैं।

2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद, जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया गया और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों - जम्मू-कश्मीर और लद्दाख - में विभाजित कर दिया गया। इस निर्णय के बाद से ही प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां ठप हो गई थीं। स्थानीय राजनीतिक दलों ने चुनाव की मांग की है, लेकिन सुरक्षा और राजनीतिक हालातों को देखते हुए अब तक चुनाव नहीं हो सका था। चुनाव आयोग ने हाल ही में घोषणा की है कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव 2024  तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को होंगे।  

जम्मू-कश्मीर की  प्रमुख पार्टियों की मांग है कि पूर्ण राज्य के दर्जे की बहाली हो। चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग दोहराई है।Inh 24x7 के स्पेशल शो (चर्चा ) में देखिए एडिटर-इन-चीफ हिमांशु द्विवेदी के साथ जम्मू-कश्मीर में दस साल बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव का एनालिसिस। चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार उमर अरशद मलिक, कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. राशिद चौधरी, NCP प्रवक्ता जमाल शेख, भाजपा प्रवक्ता डॉ. ताहिर चौधरी ने भी करीब एक दशक बाद जम्मू-कश्मीर में हो रहे विधानसभा चुनाव के बारे विचार साझा किए। 

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