kidnapper Emotional video: राजस्थान की राजधानी जयपुर से एक किडनैपर की कहानी सुनकर आपको बॉलीवुड फिल्म 'मदारी' की याद जरूर आएगी। 14 महीने पहले अपहृत बच्चे को जब आखिरी बार किडनैपर से मिलवाया गया तो वह सीने से लगकर जोर-जोर से रोने लगा। यह देखकर आरोपी भी अपने आप को रोने से नहीं रोक पाया। जिसकी वीडियो भी सामने आया है।

जानें क्या है पूरी कहानी
यह एक किडनैपर की रियल कहानी है। बता दें, पिछले साल जून 2023 में जयपुर से एक 11 महीने के बच्चा अपह्रत हो जाता है। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने अपने ओर से बच्चे को ढूढ़ निकालने की पूरी कोशिश की लेकिन फिर भी बच्चे का पता नहीं लगाया जा सका, क्योंकि आरोपी कोई और नहीं बल्कि पुलिस का एक हेड कांस्टेबल था और यूपी के अलीगढ़ में पदस्थ था।  उसे पुलिस से कैसे बचना है यह बखूबी पता था।

मां और बेटे को साथ रखना चाहता था किडनैपर
हालांकि बाद में यह जानकारी भी सामने आई कि किडनैपर हेड कांस्टेबल तनुज चाहर अपह्रत बच्चे की मां का परिचित था। जिसने अपने 4-5 साथियों के साथ बच्चे (पृथ्वी) को उसके घर से किडनैप कर लिया था। क्योंकि वह बच्चे की मां और बेटे को अपने पास रखना चाहता था। घटना के बाद पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। जिसके बाद से आरोपी तनुज फरार हो गया। फरार होने पर यूपी सरकार ने उसे सस्पेंड कर दिया। वहीं राजस्थान सरकार ने आरोपी पर 25 हजार रुपए का इनाम भी रखा।

आरोपी को पकड़े के लिए साधू बनी पुलिस
पुलिस को करीब एक साल बाद मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी तनुज चाहर मथुरा-वृंदावन के परिक्रमा मार्ग में कुटिया बनाकर रहता है। खुद साधू बनकर बच्चे को कृष्ण बनाकर घूमता है और उसने दाढ़ी बढ़ा ली है, जिससे पहचान न की जा सके। आरोपी को पकड़ने के लिए जयपुर पुलिस ने भी साधु का भेष बना लिया। इसकी भनक किडनैपर को लग गई तो, वह बालक को लेकर भाग निकला। इसके बावजूद भी पुलिस ने 27 अगस्त को सुरीर थाना क्षेत्र से पकड़कर जयपुर आई।

किडनैपर से लिपटकर रो पड़ा बच्चा
किडनैपर की गिरफ्तारी होने के बाद एक भावुक कर देने वाला वीडियो सामने आया है। पुलिस ने किडनैपर पकड़ने के बाद बच्चे को माता-पिता को सुपुर्द कर दिया। लेकिन इस दौरान बच्चा अपनी मां की बजाए किडनैपर के पास जाने की जिद करने लगा। जब पुलिसकर्मी बच्चे को लेकर किडनैपर से मिलाने ले गए, तो वहां बच्चा किडनैपर के सीने से लिपटकर जोर-जोर से रोने लगा। यह देखकर किडनैपर भी अपने आप को रोने से नहीं रोक पाया।