01 Aug 2024
शिवालयों और मंदिरों में भगवान को चढ़ाए गए बेल पत्रों को अज्ञानतावश जहां-तहां रख दिया जाता है।
बेल पत्र भगवान भोले नाथ को जितना प्रिय है, उतना ही यह पवित्र पेड़ कई गुणों को अपने अंदर समाहित किए है।
बेल पत्र की ताकत क्या होती है, इस पर लोग विचार भी नहीं कर पाते कि यह शरीर के रोगों को किस तरह से मात दे सकते हैं।
बेल पत्र जिस पेड़ में होती है उसकी छाल, जड़ और फल अलग-अलग रोगों के मरीजों को ठीक कर सकते हैं।
कहा जाता है कि बेल के पेड़ की छाल और पत्तियों से अस्थमा, पीलिया, पेचिश, एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियों को ठीक कर सकता है।
बेल पत्र के जूस के सेवन से शरीर के दाग धब्बे दूर हो जाते हैं।
शरीर से आने वाली दुर्गंध को भी बेल पत्र दूर करता है।
बेल पत्र कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है, स्कर्वी रोग को दूर करता है।
रुखे बालों की समस्या सहित अन्य रोगों के उपचार के लिए यह बहुत लाभकारी है।
टैनिन हैजा और डायरिया होने पर बेल फल के सूखे पाउडर से ठीक किया जा सकता है।