07 Nov 2024
चार दिनों तक चलने वाले महापर्व छठ पूजा में महिलाओं के साज-शृंगार का बड़ा महत्व होता है। बिहार और पूर्वी राज्यों में ये व्रत खासतौर पर रखा जाता है।
सूर्य देव को अर्घ्य देकर मां छठी मईयां की आस्था में सुहागन महिलाएं 36 घंटे का निर्जला उपवास रखती हैं।
इस व्रत में खासतौर पर आपने देखा होगा कि महिलाओं का शृंगार कुछ अलग होता है। विशेषकर उनका माथे से लेकर नाक तक का सिंदूर सबसे ज्यादा प्रचलित है।
महिलाएं आखिर नाक तक इतना लंबा सिंदूर क्यों लगाती हैं, इसकी क्या मान्यता है? आइए आपको बताते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महिलाओं का नाक से मांग तक सिंदूर लगाने के पीछे कारण है पति की लंबी उम्र की कामना। जितना लंबा सिंदूर होगा उतनी पति की उम्र बढ़ेगी।
नारंगी रंग का सिंदूर सूर्य की लालिमा का प्रतीक माना जाता है। आस्था है कि नांरगी सिंदूर नाक तक लगाने का महत्व है सूर्य देव को प्रसन्न करना।
इसके अलावा पति की तरक्की और अपनी संतान की खुशी के लिए सुहागन महिलाएं नाक तक सिंदूर लगाती हैं।