Bangladesh: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने शेख हसीना शासन पर बड़ा आरोप लगाया। यूनुस ने कहा कि शेख हसीना सरकार ने देश में "सब कुछ" नष्ट कर दिया। साथ ही उन्होंने देश में संवैधानिक और न्यायिक सुधारों के बाद ही आम चुनाव कराने का वादा किया।
84 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता ने यूनुस कहा, "हसीना के 15 साल के शासन के दौरान देश की शासन व्यवस्था पूरी तरह से नष्ट हो गई है। लोकतंत्र, आर्थिक स्थिरता और सार्वजनिक विश्वास को बहाल करके इसे फिर से बनाने का बड़ा काम हमारे ऊपर आ गया है।"
बांग्लादेश के सिस्टम को सुधारना होगा
यूनुस ने कहा कि उन्होंने कहा कि बांग्लादेश को चुनाव कराने से पहले अर्थव्यवस्था, शासन, नौकरशाही और न्यायपालिका में व्यापक सुधार की जरूरत है। यूनुस ने बांग्लादेश में अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में मुकदमा समाप्त होने के बाद भारत से हसीना को प्रत्यर्पित करने का आह्वान किया। यूनुस ने कहा, "एक बार मुकदमा समाप्त हो जाए और फैसला आ जाए, इसके बाद हम औपचारिक रूप से भारत से हसीना को सौंपने का अनुरोध करेंगे।" उन्होंने एक हस्ताक्षरित एक अंतरराष्ट्रीय कानून के दस्तावेज को दिखाते हुए कहा कि इसके तहत, "भारत इसका अनुपालन करने के लिए बाध्य होगा।"
मुहम्मद यूनुस के सुधार क्या हैं?
यूनुस ने साक्षात्कार में कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने चुनाव प्रणाली, संविधान और न्यायपालिका जैसे क्षेत्रों में सुधारों को बढ़ावा देने के लिए कई आयोगों की स्थापना की है। यूनुस ने कहा कि सरकार उन आयोगों से सिफारिशें प्राप्त करने के बाद जनवरी तक पूर्ण पैमाने पर सुधार लागू करेगी। उन्होंने कहा, "इन सुधारों को लागू करने में समय लगेगा, क्योंकि हम अनिवार्य रूप से नए बांग्लादेश का निर्माण कर रहे हैं।" हालांकि यूनुस ने खुद को चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। आपको बता दें कि 5 अगस्त को शेख हसीना को पीएम पद से हटाने के बाद यूनुस बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार बने हैं।
यह भी पढ़ें : South Korea Martial Law: दक्षिण कोरिया में मार्शल लॉ का जमकर विरोध, 6 घंटे के अंदर राष्ट्रपति को हटाना पड़ा