Alexei Navalny funeral: शुक्रवार को मॉस्को में  रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुखर आलोचक रहे एलेक्सी नवलनी का अंतिम संस्कार किया गया। नवलनी का16 फरवरी को आर्कटिक जेल में निधन हो गया था। मॉस्को के बाहरी इलाके में मैरिनो स्थित चर्च में आयोजित अंतिम संस्कार में हजारों समर्थकों ने नवलनी को अंतिम विदाई दी। सामूहिक गिरफ्तारी की आशंकाओं को धता बताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। नवनली के अंतिम संस्कार की तस्वीरों में एक खुले ताबूत में उनके पार्थिव शव को फूलों से सजा कर रखा गया था। 

एलेक्सी नवलनी का पार्थिव शरीर मॉस्को के बाहरी इलाके मैरिनों स्थित एक कब्रिस्तान में दफनाया गया।

भारी संख्या में तैनात रहे पुलिसकर्मी
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, नवलनी का अंतिम संस्कार जिस चर्च के पास किया गया वहां पर भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे। चर्च के पास नवलनी के समर्थकों की कतार लग गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह खबर थी कि पुलिस नवलनी के लास्ट राइट्स में शामिल होने वाले लोगों को गिरफ्तार कर सकती है। इसके बावजूद, हजारों लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए। नवलनी के शव को चर्च के पास ही बोरिसोव्स्काय कब्रिस्तान में दफनाया गया। मौत के करीब दो हफ्ते बाद नवलनी का अंतिम संस्कार हुआ। मौत के बाद पहले तो नवलनी के परिवार को शव ही नहीं सौंपा गया था। हालांकि, करीब हफ्ते भर बाद में रूस सरकार की ओर से नवलनी की मां को उनका शव सौंप दिया गया था। 

एलेक्सी नवलनी के फ्यूनरल से पहले बोरिसोव्स्काय कब्रिस्तान के पास भारी संख्या में सुरक्षकर्मी तैनात थे। 

बेटे के खुले ताबूत के पास बैठे दिखे  माता-पिता
चर्च के अंदर, नवलनी के माता-पिता अपने बेटे के खुले ताबूत के पास बैठे नजर आए। अंतिम संस्कार के बाद नवलनी की मां ने कहा- मेरे नीडर बेटे को अंतिम विदाई।  इस मौके पर नवलनी की पत्नी यूलिया नवलनाया भी मौजूद रहीं। अंतिम संस्कार से पहले नवलनी के पार्थिव शरीर को सूट पहनाया गया था। जैसे ही ताबूत को कब्रिस्तान ने जाया गया, वहां मौजूद समर्थकों ने रूस विदाउट पुतिन यानी (पुतिन के बिना रूस), पुतिन एक हत्यारा है,' और 'हम नहीं भूलेंगे' के नारे से पूरा इलाका गूंज उठा। 

एलेक्सी नवलनी के फ्यूनरल में अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी के राजदूत पहुंचे।

तीन देशों के राजदूतों ने लिया हिस्सा
नवलनी के अंतिम संस्कार में कौन-कौन से लोग शामिल होने वाले हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं थी। भारी पुलिस मुस्तैदी के बावजूद तीन देशों के राजदूत ने रूस के इस प्रमुख विपक्षी नेता को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। लाेगों की भीड़ के बीच फ्रांस,जर्मनी और अमेरिका के राजदूत भी इस अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इसके साथ ही कई अन्य गणमान्य लोगों की भी मौजूदगी रही। नवलनी को श्रद्धांजलि देने और उनके परिवार के सदस्यों को ढांढ़स बधाने के बाद तीनों राजदूत वहां से निकल गए। तीन राजदूतों की मौजूदगी के कारण इस अंतिम संस्कार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया। 

एलेक्सी नवलनी को आखिरी विदाई देने के लिए उनके हजारों समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा।

नवलनी की टीम ने लगाए आरोप
नवलनी की टीम ने सरकार पर अंतिम संस्कार में बाधा पैदा करने का आरोप लगाया। नवलनी समर्थकों ने कहा कि पुतिन नहीं चाहते कि नवलनी का अंतिम संस्कार सम्मानजजनक तरीके से हो। इसके साथ ही बात की भी आशंका जाहिर की गई कि सरकार इस अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों को गिरफ्तार कर सकती है। साथ ही इन लोगों को यूक्रेन के खिलाफ होने वाले जंग में लड़ने के लिए भेजा जा सकता है। वहीं, क्रेमलिन ने नवलनी के अंतिम संस्कार के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन में अपनी भूमिका से इनकार किया है और इसे लेकर चेतावनी जारी की है।