Bangladesh Coup Live: पड़ोसी देश बांग्लादेश में सोमवार को तख्तापलट हो गया। सरकार की कमान सेना ने संभाल ली है। शेख हसीना ने सोमवार को पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद देश छोड़ दिया। दोपहर करीब 2.30 बजे सेना का हेलीकॉप्टर शेख हसीना और उनकी बहन शेख रेहाना को लेकर बांग्लादेश की राजधानी ढाका से रवाना हुआ। शाम 5.36 बजे शेख हसीना का प्लेन गाजियाबाद के पास हिंडन एयरबेस पर लैंड हुआ। बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना और उनकी बहन अगले कुछ दिनों तक भारत की मेहमान होंगी।
हसीना के एयरक्राफ्ट को मॉनिटर कर रही थी इंडियन आर्मी
भारत पहुंचने पर इंडियन आर्मी के अफसरों ने शेख हसीना का स्वागत किया। शेख हसीना के प्लेन को बांग्लादेश से टेक ऑफ करने के बाद से ही भारतीय सेना ने ट्रैक करना शुरू कर दिया था। हसीना का विमान पश्चिम बंगाल की वायु सीमा से होते हुए भारत में दाखिल हुआ। इसके बाद यह झारखंड, बिहार और यूपी की एयर स्पेस से होते हुए गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर लैंड हुआ। इसके कुछ देर पहले ही सेना ने इस प्लेन की मॉनिटरिंग रोक दी
भारतीय सेना के अफसरों ने शेख हसीना की अगवानी की
भारत पहुंचने पर भारतीय सेना के अफसरों ने शेख हसीना की अगवानी की। उनके विमान को हिंडन एयरबेस पर लैंड होने की क्लीयरेंस पहले ही दे दी गई थी। शेख हसीना के स्वागत के लिए इंडियन आर्मी की ओर से रेड कार्पेट तैयार रखा गया था। भारत पहुंचने पर शेख हसीना की आंखों में आंसू नजर आए। ऐसा कहा जा रहा है कि शेख हसीना अगले कुछ दिनों तक भारत में ही रुकेंगी। फिलहाल आधिकारिक तौर पर उनके भारत में शरण लेने की पुष्टि नहीं की गई है। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि शेख हसीना ने राजनीतिक शरण नहीं मांगी है।
सुबह से लेकर शाम तक ऐसे बदली बांग्लादेश की तस्वीर
जैसे ही सोमवार सुबह बांग्लादेश में सियासी हलचल तेज हुई भारत समेत पूरी दुनिया की नजरें इस पर टिक गई। सुबह आरक्षण विरोधी प्रदर्शनकारियों ने ढाका में अचानक पैदल मार्च शुरू कर दिया। इससे पहले यह मार्च बुधवार को निकालने की परमिशन ली गई थी। मार्च निकलते ही सेना और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की। हालांकि, इसके बाद हालात और उग्र हो गए। प्रदर्शनकारी पीएम आवास 'गना भबन' की ओर बढ़ने लगे। देखते- देखते ही हालात बेकाबू हो गए। प्रदर्शनकारी पीएम भवन में घुस गए। गृह मंत्री के सरकारी आवास के आग के हवाले कर दिया।
सेना ने शेख हसीना को पद छोड़ने का अल्टीमेटम
स्थिति हात से निकलते देख बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने पीएम शेख हसीना से मुलाकात की। आर्मी चीफ ने शेख हसीना को इस्तीफा देने के लिए 45 मिनट का अल्टीमेटम दिया। शेख हसीना ने सेना प्रमुख से देश के नाम संबोधन रिकॉर्ड करने की बात कही। हालांकि, उन्हें देश को आखिरी बार संबोधित करने का मौका नहीं दिया गया। इसके बाद शेख हसीना ने पद छोड़ दिया। अब बांग्लादेश में सेना ने कमान संभाल ली है। आर्मी चीफ ने कहा है कि हम शांति बहाली के लिए प्रयास कर रहे हैं। जल्द ही देश में नई अंतरिम सरकार का गठन होगा।
UPDATES:
-
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और इंडियन आर्मी के सीनियर अफसरों ने स्वागत किया। बता दें कि हसीना 2009 से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री थीं।
-
हसीना को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया
भारत सरकार ने शेख हसीना को कड़ी सुरक्षा में रखा है। इंडियन एयरफोर्स और दूसरी सुरक्षा एजेंसियां शेख हसीना को सिक्योरिटी दे रही हैं। ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना को एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। 76 वर्षीय हसीना भारत में ही कुछ दिन तक रुकेंगी। इसके बाद शेख हसीना लंदन रवाना हो जाएंगी। लंदन में शेख हसीना की बहन रहती हैं। -
विदेश मंत्री ने पीएम मोदी को दी जानकारी
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर बांग्लादेश में हो रही घटनाओं के बारे में जानकारी दी। शेख हसीना ने इस्तीफे से कुछ दिन पहले भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा से कहा था कि "अराजकतावादी" उनके देश में श्रीलंका जैसी स्थिति उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं और उनकी सरकार को गिराने का प्रयास कर रहे हैं। -
शेख हसीना ने 2009 में बांग्लादेश की सत्ता संभाली थी
शेख हसीना ने 2009 में एक लंबे सत्ता संघर्ष में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की नेता बेगम खालिदा जिया को हराने के बाद सत्ता संभाली थी। हसीना और जिया, दोनों ने अपने-अपने राजनीतिक आंदोलन अपने मारे गए शासकों से विरासत में प्राप्त किए थे। हसीना के मामले में, यह उनके पिता शेख मुजीबुर्रहमान से था, जबकि जिया के मामले में, उनके पति जियाउर रहमान, जिन्होंने मुजीब की हत्या के बाद सत्ता संभाली थी। 1981 में जियाउर रहमान की हत्या कर दी गई थी। - शेख हसीना का विमान सोमवार शाम 5.36 बजे गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर लैंड हुआ। भारतीय सेना के अधिकारियों ने हिंडन एयरबेस पर शेख हसीना की अगवानी की। ऐसा कहा जा रहा है कि अभी तक शेख हसीना ने भारत में राजनीतिक शरण नहीं मांगी है। हालांकि वह अगले कुछ दिनों तक भारत में रुक सकती है। इसके बाद शेख हसीना के लंदन जाने की संभावना है।
- बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- हमने सभी पक्षों से चर्चा की है। देश में शांति व्यवस्था बहाल करने की कोशिश जारी है। सभी दलों को बातचीत के लिए बुलाया है। अगले 24 से 48 घंटे में बांग्लादेश में एक अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा। हम आंदोलनकारी छात्रों को सभी मांगें मानने के लिए तैयार हैं।
Protesters opened the gates of the Gono Bhaban and entered the premises of the prime minister's residence around 3:00pm today: Bangladesh's The Daily Star reports pic.twitter.com/B7F2QOK78M
— ANI (@ANI) August 5, 2024
- पड़ोसी देश में रविवार शाम को एक बार फिर हिंसा भड़क उठी थी, प्रदर्शनकारियों ने ढाका समेत कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन किए। हजारों बांग्लादेशी प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करते हुए सुरक्षाबलों से भिड़ गए थे। इस दौरान 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारी की मौत हुई थी। इसके साथ ही जुलाई से शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद मौत का आंकड़ा करीब 300 तक पहुंच गया है।
Bangladesh Prime Minister Sheikh Hasina departed from Bangabhaban at around 2:30pm on Monday on a military helicopter, accompanied by her younger sister, Sheikh Rehana for a "safer place.": Bangladesh media reports pic.twitter.com/cAzcRgwvul
— ANI (@ANI) August 5, 2024
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रविवार को प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर असहयोग कार्यक्रम में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी शामिल हुए। जो सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों से सामना होने पर भिड़ गए। इस दौरान भीषण झड़पें हुईं। यह संघर्ष बांग्लादेश में प्रदर्शन शुरू होने के बाद सबसे घातक दिनों में से एक था।
कोटा सिस्टम खत्म करने पर छात्र आंदोलन, 200 मौतें
- बांग्लादेश गृह मंत्रालय ने भयंकर झड़पों के बीच देशभर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाने का फैसला किया और देशभर में मोबाइल इंटरनेट को कड़ी पाबंदी के साथ बंद कर दिया है। देशभर में चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच सुरक्षा की दृष्टि से सोमवार, मंगलवार और बुधवार को तीन दिवसीय अवकाश का ऐलान किया है।
- कुछ दिन पहले ही पुलिस और ज्यादातर छात्र प्रदर्शनकारियों के बीच विवादास्पद कोटा सिस्टम को खत्म करने की मांग को लेकर हिंसक झड़पों में 200 से अधिक लोग मारे गए थे। इस प्रणाली में 1971 के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वाले दिग्गजों के रिश्तेदारों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियों का आरक्षण था।
अपने नागरिकों को भारत ने किया अलर्ट
भारत ने अपने सभी नागरिकों को "अत्यधिक सतर्कता" बरतने और अपनी गतिविधियों को सीमित रखने की सलाह दी है। सहायक उच्चायोग ने X पर एक पोस्ट में कहा- सभी भारतीय नागरिकों सहित छात्र, जो भारत के सहायक उच्चायोग, सिलहट के अधिकार क्षेत्र में रहते हैं, इस कार्यालय से संपर्क में रहें। आपात स्थितियों में कृपया +88-01313076402 पर संपर्क करें।
UN मानवाधिकार के प्रमुख ने जताई चिंता
- संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क ने कहा- बांग्लादेश में "चौंकाने वाली हिंसा" को खत्म होना चाहिए। उन्होंने सरकार से शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को निशाना बनाना बंद करने का आग्रह किया है।
- पिछले महीने सिविल सर्विस जॉब कोटा के खिलाफ शुरू हुई रैलियां प्रधानमंत्री हसीना के 15 साल के शासन में सबसे खराब अशांति की स्थिति में बदल गई हैं। प्रदर्शनकारी 76 वर्षीय पीएम के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
- प्रदर्शनकारियों ने सरकार के इस्तीफे समेत अन्य मांगों को लेकर बातचीत के लिए हसीना के आमंत्रण को ठुकरा दिया है। इन प्रदर्शनों ने बांग्लादेश के फिल्म स्टार, संगीतकार और गायकों को आकर्षित किया है। समर्थन की मांग वाले गाने सोशल मीडिया में फैल जा रहे हैं।