Bangladesh: अगरतला में स्थित बांग्लादेश के राजनयिक मिशन में असामाजिक तत्वों के द्वारा तोड़फोड़ की घटना को लेकर बांगेलादेश के विदेश मंत्रालय ने भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया है। इसके बाद भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा शाम 4 बजे के करीब बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय पहुंचे। इन दिनों बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है और मंदिरों को तोड़ा जा रहा है।
इसके बावजूद बांग्लादेश की यूनुस खान सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है। बांग्लादेश में हालात इतने खराब हैं कि सरकार में कार करने वाले लोग भी यहां सुरक्षित नहीं हैं, उनको निशाना बनाया जा रहा है। सरकारी समाचार एजेंसी बांग्लादेश संगबाद संगठन (बीएसएस) ने कहा कि भारतीय उच्चायुक्त शाम चार बजे विदेश मंत्रालय में पहुंचे हैं। बीएसएस ने कहा कि कार्यवाहक विदेश सचिव रियाज हमीदुल्ला ने भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया था.
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बढ़ा तनाव
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना 5 अगस्त को भारत आ गई थीं, जिसके बाद से ही दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव चल रहा है। पिछले सप्ताह हिंदू संन्यासी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद यह तनाव और बढ़ गया है। बांग्लादेश में आध्यात्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार किए जाने और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के विरोध में हजारों लोगों ने त्रिपुरा स्थित बांग्लादेश के सहायक उच्चायोग के आसपास एक विशाल रैली निकाली थी।
विदेश मंत्रालय ने घटना को खेदजनक बताया
अगरतला स्थित बांग्लादेश के सहायक उच्चायोग के परिसर में कथित रूप से 50 से अधिक प्रदर्शनकारी दाखिल हो गए थे, जिससे वहां मौजूद लोग के बीच दहशत फैल गई। ऐसा आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने यहां घुसकर तोड़फोड़ की। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस घटना को बहुत खेदजनक बताया है।
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