Bangladesh Violence: बांग्लादेश में आरक्षण समाप्त करने की मांग को लेकर बवाल मच गया है। गुरुवार से हजारों की संख्या में छात्र सड़कों पर उतर आए। तोड़फोड़ और हिंसा का दौर जारी है। सुरक्षाबलों की कार्रवाई में अब तक 105 लोगों की मौत और 2500 से अधिक के जख्मी होने की खबर है, इनमें ज्यादातर छात्र शामिल हैं। इसबीच, दूतावास की ओर से भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी होने के बाद शुक्रवार को 300 से ज्यादा छात्र भारत लौट आए। जो कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मेघालय और जम्मू-कश्मीर से हैं। इनमें अधिकांश एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं।
 
भारतीय दूतावास ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
दूतावास ने कहा है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत संपर्क करें। इसके लिए कुछ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। भारतीय दूतावास ने कहा है कि यदि किसी भारतीय को आपातकाल में सहायता की जरूरत हो तो वह इन नंबरों पर कॉल या मैसेज कर सकते हैं। यह सभी नंबर 24 घंटे एक्टिव रहेंगे।

  • इंडियन हाईकमीशन, ढाका: +880-1937400591 (WhatsApp पर भी मौजूद)
  • इंडियन एसिस्टेंट हाई कमीशन, चिटगांव: +880-1814654797 / +880-1814654799 (WhatsApp पर भी मौजूद)
  • इंडियन एसिस्टेंट हाई कमीशन, राजशाही: +880-1788148696 (WhatsApp पर भी मौजूद)
  • इंडियन एसिस्टेंट हाई कमीशन, सिलहट: +880-1313076411 (WhatsApp पर भी मौजूद)
  • इंडियन एसिस्टेंट हाई कमीशन, खुलना: +880-1812817799 (WhatsApp पर भी मौजूद)

आरक्षण के खिलाफ क्यों हो रहा है विरोध?
बांग्लादेश में आरक्षण समाप्त करने की मांग को लेकर प्रदर्शन जारी हैं। छात्रों की मांग है कि सरकार 1971 के युद्ध में लड़ने वाले सैनिकों के बच्चों के लिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण कोटा खत्म करे। रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने इस रिजर्वेशन पर रोक लगाई थी। हालांकि, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इसे लागू नहीं होने दिया। छात्र इसी बात पर नाराज हैं। छात्रों की मांग है सरकार को मेरिट के आधार पर नौकरियां देनी चाहिए। 

छात्रों ने किया राष्ट्रव्यापी बंद का ऐलान
बांग्लादेश में प्रदर्शनकारी छात्रों ने गुरुवार को राष्ट्रव्यापी बंद करने का ऐलान किया। छात्रों ने कहा कि अस्पताल और आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा। इस दौरान सिर्फ एंबुलेंस सेवाओं को ही बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी।

प्रधानमंत्री शेख हसीना का राष्ट्र को संबोधन
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बुधवार को राष्ट्र को संबोधित कर आरक्षण विरोधी प्रदर्शन में मारे गए लोगों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की। उन्होंने कहा था कि इस मामले की जांच के लिए एक न्यायिक समिति बनाई जाएगी। उन्होंने छात्रों से देश की न्यायिक प्रणाली पर विश्वास बनाए रखने की अपील की। शेख हसीना ने छात्रों को आश्वासन दिया कि उन्हें न्याय मिलेगा।