Chandra Arya: कनाडा सांसद चंद्रा आर्या को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करना भारी पड़ गया। कनाडा की लिबरल पार्टी ने भारतीय मूल के सांसद चंद्रा आर्य के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है। पार्टी नेतृत्व ने ओटावा नेपियन निर्वाचन क्षेत्र में चंद्रा आर्य के नामांकन को रद्द कर दिया है। यह फैसला चंद्रा आर्य पर भारत सरकार के साथ कथित करीबी संबंध रखने के आरोपों के बीच आया है। तीन बार के सांसद चंद्र को चुनाव लड़ने से क्यों रोका? लिबरल पार्टी ने फिलहाल कारण नहीं बताया है।
Today the Globe and Mail published an article on the Liberal Party revoking my candidacy to contest in the forthcoming election.
— Chandra Arya (@AryaCanada) March 26, 2025
My statement issued to the newspaper:
“As a Member of Parliament, I have engaged with numerous diplomats and heads of government, both in Canada and… pic.twitter.com/WrXuHcvDrj
जानिए क्या है वजह
भारत और कनाडा के बीच संबंध बेहद तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे थे। दोनों देशों के बीच व्यापारिक और राजनीतिक मुद्दों पर मतभेद बढ़े हुए थे। उसी बीच पिछले साल हिंदू सांसद चंद्र भारत दौरे पर आए थे। चंद्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी। आर्य ने भारत दौरे की जानकारी कनाडा सरकार को नहीं दी थी। चर्चा है कि लिबरल पार्टी ने भारत सरकार से सांसद आर्य के संबंध करीबी होने के आरोपों के चलते यह फैसला लिया है।
कनाडा सरकार ने नहीं बताया कारण
सूत्रों के मुताबिक, कनाडियन सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस (CSIS)ने भारत सरकार के साथ आर्य के कथित करीबी संबंधों को लेकर कनाडा सरकार को जानकारी दी थी। आर्य ने विदेशी दखल मामले पर ब्रीफिंग भी ली थी, जिसे लेकर चिंता जताई गई। हालांकि कनाडा सरकार और लिबरल पार्टी ने चंद्रा आर्य के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का फिलहाल कोई नहीं बताया है।
जानिए क्या बोले-चंद्रा आर्य
चंद्रा आर्य ने मामले में सफाई पेश की है। सांसद ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म 'X' पर लिखा-ग्लोब एंड मेल ने लिबरल पार्टी ने आगामी चुनाव में मेरी उम्मीदवारी रद्द करने पर एक लेख प्रकाशित किया। एक संसद सदस्य के रूप में मैंने कनाडा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई राजनयिकों और सरकार के प्रमुखों से बातचीत की है। मैंने एक बार भी ऐसा करने के लिए सरकार से अनुमति नहीं मांगी है। और न ही मुझे इसकी आवश्यकता पड़ी है।
हिंदुओं से जुड़े मुद्दे पर मुखर होने से आपत्ति
किसी भी समय पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो या किसी भी कैबिनेट मंत्री ने मेरी बैठकों या सार्वजनिक बयानों के बारे में चिंता नहीं जताई। चंद्रा ने आगे लिखा- लिबरल पार्टी को कनाडा के हिंदुओं से जुड़े मुद्दे पर मेरे मुखर होने और खालिस्तान चरमपंथ को लेकर मेरे दृढ़ रुख से आपत्ति है।
कौन हैं चंद्रा आर्य
चंद्रा आर्य का जन्म कर्नाटक के तुमकुर जिले में हुआ। आर्य ने धारवाड़ के कौसाली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की। 2006 में कनाडा चले गए। राजनीति में कदम रखने से पहले आर्य इंडो-कनाडा ओटावा बिजनेस चैंबर के अध्यक्ष थे। मई 2022 में चंद्रा आर्य ने कनाडा की संसद में अपनी मातृभाषा कन्नड़ में भाषण देकर सुर्खियां बटोरी थीं। वीडियो को भारत में भी काफी सराहना मिली थी। वर्तमान में वह ओंटारियो के नेपियन निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।